Manmohan Singh Death News: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से संगम नगरी प्रयागराज के महाकुंभ में आए हुए संत महात्मा भी खासे मर्माहत हैं. सिखों के श्री पंचायती अखाड़े के सचिव महंत देवेंद्र शास्त्री तो मनमोहन सिंह से इतने प्रभावित हैं कि उनके निधन के बाद ABP News से की गई बातचीत में इस कदर भावुक हो गए कि फूट-फूट कर रोने लगे. उन्होंने बताया कि मनमोहन सिंह से उनकी दो बार मुलाकात हुई. इन दोनों मुलाकातों में उन्होंने जो आत्मीयता दी, उससे वह खासे प्रभावित हुए. 


महंत देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक रात को उन्हें जैसे ही मनमोहन सिंह के निधन की सूचना मिली, वह आधे घंटे तक रोते रहे. उनकी आंखों से लगातार आंसू बह रहे हैं. आज बातचीत के दौरान वह एक बार फिर से भावुक हुए और देर तक फूट फूटकर रोए. इस बातचीत में उन्होंने डा० मनमोहन सिंह से जुड़ी हुई तमाम यादें साझा की. 


हरिद्वार की कुटिया में रहा पूर्व पीएम का परिवार


महंत देवेंद्र शास्त्री ने यह भी बताया कि मनमोहन सिंह का परिवार देश के बंटवारे के बाद जब रिफ्यूजी के तौर पर भारत आया था तो हरिद्वार में निर्मल अखाड़े की विरक्त कुटिया में ही दो सालों तक था. बाद में वह परिवार समेत रिफ्यूजी कॉलोनी में शिफ्ट हो गए थे. महंत देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक प्रधानमंत्री निवास पर हुई मुलाकात में डा० मनमोहन सिंह ने उनसे कहा था कि निर्मल अखाड़े के वह हमेशा ऋणी रहेंगे. अखाड़े ने उन्हें और उनके परिवार को दो साल तक रहने के लिए जो जगह दी, उसका कर्ज वह कभी नहीं उतार सकते. 


संतों का सम्मान करते थे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह


उन्होंने बताया कि मनमोहन सिंह से उनकी पहली मुलाकात उनके पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री निवास पर हुई थी. वह संतों का इतना सम्मान करते थे कि उन्होंने अपना पर्सनल मोबाइल नंबर भी दिया था. महंत देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक वह लोग भगवा कपड़े पहन कर संत बने हैं, लेकिन मनमोहन सिंह स्वभाव और व्यवहार से संत थे. उनके जैसे शख्स का होना मुश्किल है. 


महाकुंभ में आए संत पूर्व पीएम के निधन से दुखी


महंत देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से महाकुंभ में आए हुए संत महात्मा खासे दुखी हैं. उन्होंने बताया कि निर्मल अखाड़ा शनिवार को मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए महाकुंभ क्षेत्र में एक कार्यक्रम आयोजित करेगा, जिसमें तमाम दूसरे अखाड़े और संप्रदायों के भी साधु संत शामिल होंगे.


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