Manmohan Singh Death: देश ने एक असीम शख़्सियत और बड़े अर्थ शास्त्री को खो दिया है, देश में बतौर प्रधानमंत्री के पद पर आसीन रह चुके सरल, सौम्य और सादगी से लोगों के बीच जाने जाने वाले डॉक्टर मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) को जानने वालों की संख्या कम नहीं है. उनके निधन से आज सबकी आंखें नम हैं, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से जुड़ा एक ऐसा ही वाक्या कानपुर से भी जुड़ा हुआ है.


जब मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री बनने से पहले उनके पीएम बनने की भविष्यवाणी की गई थी, जिसके बाद वो देश के प्रधानमंत्री बनें. जिसके बाद भविष्यवाणी करने वाले शख्स को उन्होंने दिल्ली में बुलाकर अपने सीने से लगाया था और खुशी जाहिर की थी. कानपुर शहर का देश के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह का भी एक खास रिश्ता शहर से रहा है, जो आज उनके न होने के बाद उभरा है. दअरसल कांग्रेस नेता और पूर्व एमएलसी सरदार कुलदीप सिंह जिन्होंने मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री न होने से पहले ही उनके भविष्य के पद कि भविष्यवाणी कर दी थी.


मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी की कहानी
कानपुर के रहने वाले कांग्रेस नेता सरदार कुलदीप सिंह ने बताया कि, साल 2004 में जब मनमोहन सिंह कानपुर आए थे, तब प्रधानमंत्री बनने से पहले ही कानपुर के रहने वाले सरदार कुलदीप सिंह ने मनमोहन सिंह से कहा था कि 'आप ही एक ऐसा चेहरा हैं जिसका कोई विरोध नहीं करेगा, अब जल्द प्रधानमंत्री बनेंगे ये मै कह रहा हूं.'


कुलदीप सिंह की इस बात को सुन मनमोहन सिंह ने सरदार कुलदीप सिंह से कहा कि इतना बड़ा मत सोचों. इसी भविष्यवाणी के बाद जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने तो उनसे दिल्ली मिलने गए, सरदार कुलदीप सिंह को मनमोहन सिंह ने गले से लगा लिया जिसे आज भी सरदाल कुलदीप याद करते हैं. आज उनके न रहें पर उन्हें याद कर रहे हैं.


शहर कांग्रेस के अध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने भी अपनी याद को साझा किया. नौशाद आलम मंसूरी ने बताया, जब मनमोहन जी प्रधानमंत्री नहीं थे, तब वो कानपुर आए हुए थे और यू होने सर्किट हाउस में रुकने के दौरान उनके साथ कुछ वक्त गुजारा, नौशाद ने बताया कि प्रधानमंत्री बनने से पहले जब मनमोहन जी कानपुर आए तो वो सर्किट हाउस में रुके थे और उनके साथ कुल सात लोग मौजूद थे जिसमें नौशाद भी शामिल थे. वहां पांच लोगों के लिए खाना आया लेकिन नौशाद को मिलकर सात लोग यह जब मनमोहन जी ने नौशाद से पूछा की नौशाद तुम खान नहीं खाओगे? जिस पर नौशाद ने कहा कि, सर मेरा पेट भरा हुआ है लेकिन कम खाने को देख वो नौशाद के जवाब को समझ गए और उन्होंने अपनी थाली से मीठा उठाया और नौशाद को खिला दिया.


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