UP News: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन की सूचना के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ पड़ी. विभिन्न क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों द्वारा देश के लिए डॉक्टर मनमोहन सिंह के अतुलनीय योगदान को याद करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी जा रही है. रात्रि निधन की सूचना मिलते ही कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भावुक हो गए और उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉक्टर मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए अगले दिन के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए. केंद्र सरकार द्वारा 7 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है.
हमने अपना मार्गदर्शक खो दिया- कांग्रेस नेता राघवेंद्र चौबे
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि हम सभी कांग्रेस कार्यकर्ता भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन से बेहद आहत है. हमने अपना मार्गदर्शक खो दिया, 2008 में डॉक्टर मनमोहन सिंह सपरिवार वाराणसी आए थे. इस दौरान वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे. लगभग आधे घंटे से अधिक उनके संबोधन से परिसर में मौजूद छात्र और छात्राओं को एक नई प्रेरणा मिली थी. इसके अलावा वह काशी के अलग-अलग जगह पर निर्धारित कार्यक्रम में भी पहुंचे थे.
एक टक निहारते रहे गंगा आरती
साल 2008 में वाराणसी पहुंचे डॉ मनमोहन सिंह ने अपने परिवार संग बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया था. इसके अलावा मां गंगा की आरती देखकर वह भाव विभोर हो उठे थे. वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती को वह एक टक निहारते रहे. रात्रि उनके निधन की सूचना के बाद से ही काशी के लोगों के बीच इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि 90 के दशक में उन्होंने बतौर वित्तमंत्री रहते हुए देश को आर्थिक संकट से उबार दिया था.
संभल में पृथ्वीराज चौहान की बावड़ी पर सामने आई 1891 की ASI रिपोर्ट, कई चौंकाने वाले खुलासे