शाहीन बाग़ बनता जा रहा है प्रयागराज का मंसूर पार्क, 18वें दिन भी जारी है मुस्लिम महिलाओं का धरना
शाहीन बाग़ बनता जा रहा है प्रयागराज का मंसूर पार्क, जहां लगातार 18वें दिन भी मुस्लिम महिलाओं का धरना जारी है। मुस्लिम महिलाओं का साफ कहना है कि जब तक सीएए वापस नहीं लिया जाता, उनका धरना जारी रहेगा।
प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में संगम नगरी प्रयागराज की मुस्लिम महिलाओं का धरना आज लगातार अठारहवें दिन भी जारी है। बुधवार को भी बड़ी तादात में मुस्लिम महिलाएं शहर के रोशन बाग के मंसूर पार्क में धरने पर बैठी हुई हैं और यहीं से केंद्र सरकार के खिलाफ हुंकार भर रही हैं। धरने पर बैठी मुस्लिम महिलाओं का साफ तौर पर कहना है कि जब तक CAA वापस नहीं हो जाता, तब तक वह इसी तरह धरने पर बैठी रहेंगी। प्रदर्शनकारी बुर्कानशीं महिलाएं लगातार तिरंगा लहरा रही हैं और देशभक्ति के गीतों के जरिये अपनी आवाज़ बुलंद कर रही हैं।
18 दिन बीतने के बावजूद प्रशासन अभी तक पार्क को आंदोलनकारियों के कब्ज़े से आज़ाद नहीं करा पाया है। बुर्कानशीं मुस्लिम महिलाओं का यह धरना दिल्ली के शाहीन बाग़ की तर्ज पर चल रहा है और इसमें आंदोलनकारियों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। यह धरना 12 जनवरी से चल रहा है। विपक्षी पार्टियां इस धरने को अपना समर्थन दिए हुए हैं और उनके कार्यकर्ता इसमें शामिल भी होते रहते हैं।
पुलिस और प्रशासन ने धरना स्थल मंसूर पार्क को कई बार आंदोलनकारियों के कब्ज़े से आज़ाद कराने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहे। इस धरना स्थल पर छेड़खानी-मारपीट व धमकी देने का आरोप लगाते हुए एक महिला एफआईआर दर्ज करा चुकी है। वहीं, जेएनयू की छात्रनेता आफरीन फातिमा यहीं पर भड़काऊ भाषण भी दे चुकी है।
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