गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चार से पांच दिन पहले हुई भारी बारिश में अधिकतर कॉलोनियों में रहने वाले लोगों का जीना दुश्‍वार हो गया है. शहर की आधी से अधिक कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है. सड़कें बारिश के पानी में तालाब बन गई हैं, तो वहीं घरों के अंदर बरसात और सीवर का ओवरफ्लो पानी घुसा हुआ है. लोगों को मजबूरी में कॉलोनियों से पलायन करना पड़ा है. इसके साथ ही बहुत से लोगों को रिश्‍तेदारों और शुभचिंतकों के घरों में शरण लेनी पड़ी है. वहीं कुछ कॉलोनियों के लोगों का गुस्‍सा फूट पड़ा और वे सड़क पर धरना देने के लिए बैठ गए हैं.


स्‍मार्ट सिटी बनने की दौड़ में शामिल गोरखपुर में असुरन पुरानी चुंगी के पश्चिम बसी बशारतपुर के विष्‍णुपुरम कॉलोनी, अशोक नगर कॉलोनी, भेडि़यागढ़ समेत तमाम कॉलोनियां तालाब बन गई हैं. शनिवार और रविवार को हुई बारिश के बाद से 4 से 5 दिनों से लोगों को दुर्गति झेलनी पड़ रही है. शहर के 150 कॉलोनियों की ढाई हजार के आसपास घर पानी में डूब गए हैं. जिसके कारण कॉलोनियों से लोगों को पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है. कॉलोनियों और घरों में चार से पांच दिनों तक बारिश और सीवर के पानी से संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है.


गोरखपुर के बशारतपुर के विष्‍णुपुरम कॉलोनी के रहने वाले आलोक चन्‍द्रा बताते हैं कि उनका घर पानी में डूब गया है. घर के अंदर दो से ढाई फीट पानी लगा होने की वजह से उनके परिवार ने रिश्‍तेदारों के यहां शरण ली है. उन्‍होंने बताया कि घर के अंदर पानी में सिलिंडर तैर रहा है. सारा सामान पानी में डूबा हुआ है. सुबह नहाने से लेकर खाना बनाने तक का इंतजाम नहीं है. बरसात के पानी के साथ सीवर का पानी भी कमरों में भर गया है. वे बताते हैं कि मेडिकल कॉलेज रोड पर फोरलेन के निर्माण के साथ ही नाला भी काफी ऊपर हो गया है. यहीं वजह है कि कॉलोनियां तालाब बन गई हैं. वे बताते हैं कि गोरखपुर के वार्ड नंबर 54, वार्ड नंबर 49 और वार्ड नंबर 9 में बसी कॉलोनियां जल प्‍लावित हो गई हैं.


गोरखपुर के विष्‍णुपुरम के रहने वाले एसी घोष नगर निगम के आलाधिकारियों पर काफी नाराजगी जाहिर करते हैं. वे कहते हैं कि स्‍मार्ट सिटी का ये नजारा आप खुद देख लीजिए. उनका कहना है कि रविवार से कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है. लोगों के घरों में भी बरसात का पानी घुस गया है. इसके बावजूद नगर निगम के आलाधिकारियों के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. जनता मरे चाहे जिए इससे उन्‍हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा है.


वहीं वार्ड नंबर 54 भेडि़यागढ़ के पार्षद अजय यादव के पार्षद अजय यादव के साथ आक्रोशित कॉलोनीवासी मेडिकल रोड पर धरने पर बैठ गए. आक्रोशित भीड़ के साथ धरने पर बैठे पार्षद अजय यादव ने कहा कि हर घर और बाथरूम में पानी भर गया है. रोजमर्रा की दिनचर्चा के काम नहीं हो पा रही है. 


उन्‍होंने बताया कि मेडिकल रोड पर पीडब्‍ल्‍यूडी की ओर से बनाया गया नाला इसकी मुख्‍य वजह है. उन्‍होंने बताया कि उन लोगों ने पीडब्‍ल्‍यूडी को अवगत कराया है. उन्‍होंने बताया कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को पत्र सौंपकर इसके गलत निर्माण के बारे में बताया गया था. आज वहीं हुआ और कॉलोनियां गलत निर्माण की वजह से बारिश के पानी में डूब गईं. पीडब्‍ल्‍यूडी ने इस नाली को को गहरा और चौड़ा नहीं किया, तो ढाई हजार की आबादी इससे प्रभावित रहेगी.


इसे भी पढ़ेंः
महाराष्ट्र में भारी बारिश से भयावह हालात, कोंकण रेल सेवा प्रभावित होने से 6 हजार यात्री फंसे, PM मोदी ने की CM उद्धव से बात


मीनाक्षी लेखी ने प्रदर्शनकारी किसानों को बताया 'मवाली', राकेश टिकैत ने कहा- 'अन्नदाताओं' के लिए ऐसा बयान ठीक नहीं