Kanpur News: कानपुर में पिछले 2 साल से कोरोना के चलते टलते आ रहे मांगलिक कार्य और शादी समारोह देवोत्थान एकादशी के साथ शुरू हो गए हैं. 15 नवंबर को देवोत्थान एकादशी होने से शहर में 500 से ज्यादा शादियां होनी है. इसके लिए शहर के होटल गेस्ट हाउस रिसोर्ट के अलावा आउटर इलाकों में स्थित गेस्ट हाउस और क्लब पूरी तरह बुक हो चुके हैं. तकरीबन 2 साल तक खस्ता हाल रहे गेस्ट हाउस होटल कारोबार के लिए इस बार शादियों का मौसम कई सौ करोड़ का कारोबार लेकर आया है.
नवंबर महीने में ही शहर में बंपर सहालग है. 30 नवंबर तक 8 दिन शादी के शुभ मुहूर्त है और जानकारों की माने तो 13 दिसंबर तक शहर में करीब 3 से 4000 शादियां होनी है. शहर में छोटे-बड़े 350 होटल और 5000 से ज्यादा गेस्ट हाउस रिसोर्ट और क्लब है और इस बंपर सहालग के बीच सभी बेहद खुश हैं. वहीं, शादियों में बैंड बाजा बजाने वाले भी इस बार काफी खुश हैं. दरअसल, इन लोगों पर कोरोना के चलते पिछले 2 सालों से काफी ज्यादा आर्थिक मार पड़ रही थी. शहर में कोरोना के मामले अब शून्य हैं और शादियों पर मेहमानों को बुलाने की पाबंदी भी नहीं रही.
कोरोना के चलते टल रही थीं शादियां
कोरोना के चलते जिन घरों में पिछले 2 सालों से शादियां लगातार टलती आ रही थी, उन घरों में अब नवंबर-दिसंबर महीने में मांगलिक कार्यों की बुकिंग कराई जा चुकी है. 13 दिसंबर तक ही शादियां हो सकेंगी. इसके बाद 1 महीने खरमास रहेगा. इसमें मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. इसके बाद 15 जनवरी से शादी और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए बुकिंग हो रही है. अप्रैल महीने के लिए भी लोग अभी से ही बुकिंग करवा रहे हैं, जिसके चलते बैंड बाजा बारात के लोग काफी खुश हैं.
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