मुजफ्फरनगर: जनपद मुजफ्फरनगर के थाना बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के गांव उमरपुर में हुई क्षेत्र की मस्जिदों के मोहतमिमो की बैठक में समाज मे फैली कुरीतियों को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सामाजिक सुधार के लिए एक कदम आगे बढाया है. जिसमे सभी इमामों ने शादी समारोह में डीजे , अतिशबाजी, नाच गाना और बैंड बजाने पर निकाह ना पढ़ाने का फैसला किया है.


इमामों की हुई बैठक


जनपद मुज़फ्फरनगर में थाना बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के गांव उमरपुर में जमियतुल इमाम जियाउर्रहमान जामा मस्जिद में आयोजित मस्जिदों के इमामों की एक महत्वपूर्ण बैठक में मोहतमिम मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह मजाहिरी ने कहा कि जिस शादी निकाह में नाच-गाना होगा, बैंड-बाजा व डीजे बजेगा, आतिशबाज़ी की जाएगी, परदे का एहतराम नहीं होगा, फिजूलखर्ची की जायेगी या फिर बेजा रस्मों-रिवाज होंगे, वहां पर कोई भी इमाम निकाह नहीं पढ़ाएंगे और एहले मिल्लत ऐसी शादियों में शिरकत भी नहीं करेंगे. मोहतमिम सैफुल्लाह बुढ़ाना के गांव उमरपुर में स्थित जमियतुल इमाम जियाउर्रहमान जामा मस्जिद में गांव उमरपुर की सभी मस्जिदों के इमामों की एक बैठक में उक्त बातें सर्वसम्मति से तय होने के बाद बताया कि, यहां पर जामा मस्जिद उमरपुर के इमाम मुफ्ती मुहम्मद असरार ने भी उक्त बातों की ताईद की.


सामाजिक बुराईयों को दूर करने पर हुई बैठक


बैठक में सामाजिक बुराईयों को भी दूर करने पर चर्चा हुई. इस दौरान यहां पर मुख्य रूप से कारी मोहम्मद अब्दुल्लाह कासमी, कारी मोहम्मद उस्मान, हाफिज महबूब आलम, हाफिज मोहम्मद मुस्तफा, हाफिज मौहम्मद मुर्तुजा, कारी मोहम्मद इमरान व कारी मोहम्मद शाहनवाज आदि इमाम मौजूद रहे. बैठक की अध्यक्षता मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह व संचालन कारी मोहम्मद शाहनवाज ने सफलतापूर्वक किया.


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