रायबरेली. श्रीनगर के सोपोर में आतंकी हमले में शहीद हुए शैलेंद्र सिंह का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार हुआ. डलमऊ थाना क्षेत्र के मीर मीरानपुर अलहोरा गांव के रहने वाले शैलेंद्र सिंह का पार्थिव देह जैसे ही गांव पहुंचा भारी जनसैलाब उनके अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा. गांव से 5 किलोमीटर पहले से ही लोग पार्थिव देह के साथ गगनभेदी नारे लगाते हुए गांव पहुंचे. लोगों ने "शहीद शैलेंद्र सिंह अमर रहे", "जब तक सूरज चांद रहेगा ,शैलेंद्र सिंह तेरा नाम रहेगा". के नारे लगाए. राजकीय सम्मान देने के बाद उनके पार्थिव शरीर को डलमऊ के गंगा घाट पर ले जाया गया जहां उनका वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अंतिम संस्कार हुआ.


इस दौरान जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह, एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह समेत कई प्रतिनिधि मौजूद रहे.


बूढ़े पिता ने कांपते हाथों से दी मुखाग्नि
डलमऊ के गंगा घाट पर शैलेंद्र सिंह की अंतिम झलक पाने के लिए पहुंचे लोगों की आंखें नम थीं. लोग शहीद शैलेंद्र सिंह की वीरता व शौर्य का बखान कर रहे थे. बूढ़े पिता नरेंद्र बहादुर सिंह के हाथ उस वक्त कांप रहे थे जब खुद के बेटे को मुखाग्नि दे रहे थे. किसी तरह कांपते हाथों से अपने शहीद बेटे को उन्होंने मुखाग्नि दी.


परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इससे पहले मंगलवार को शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा था. उनके शव से परिजन लिपट-लिपट कर रो रहे थे. शैलेंद्र की पत्नी चांदनी, बहन व मां का रो-रो कर बुरा हाल था.


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