इटावा, एबीपी गंगा। सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रही लुधियाना निवासी डॉ. शैलजा सचदेवा संदिग्ध हालत में सल्फास खाकर जान देने की कोशिश के चलते वेंटिलेटर पर जिंदगी मौत से जूझ रही हैं। डॉक्टर के कमरे से मिली डायरी में 'बॉस' नाम के व्यक्ति का जिक्र है। ये भी बात सामने आई है कि उनका किसी सीनियर से अफेयर था। वहीं, डॉक्टर के परिजनों ने बेटी को साजिशन जहर खिलाकर मारने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। उधर, यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने इस मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।


जानें, पूरा मामला क्या है


सैफई यूनिवर्सिटी में पिछले डेढ़ साल से मास्टर ऑफ सर्जन का प्रशिक्षण ले रही 28 वर्षीय लुधियाना निवासी डॉक्टर शैलजा सचदेवा ने सल्फास खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उन्हें नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पिछले दो दिनों से वे आईसीयू में वेंटिलेटर पर मौत से जंग लड़ रही हैं। शुक्रवार सुबह शैलजा को संदिग्ध हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया और इसके बाद सैफई यूनिवर्सिटी प्रशासन के द्वारा सल्फास खाकर आत्महत्या का प्रयास किए जाने की सूचना दी गई। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने उनके परिजनों की मौजूदगी में शैलजा के कमरे की तलाशी ली।


इस दौरान शैलजा की एक डायरी पुलिस के हाथ लगती है। डायरी में 'बॉस' नाम के व्यक्ति का जिक्र सामने आने के बाद शैलजा के परिजनों ने एक साथी डॉक्टर पर कई सवाल दागते हुए साजिशन जहर खिलाने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। यूनिवर्सिटी प्रशासन शैलजा की घटना को छिपाए रखने की पूरी कोशिश की, लेकिन जैसे ही उनके परिजन सैफई पहुंचते हैं। मामला पुलिस से होते ही मीडिया के बीच जा पहुंचा।


डॉक्टर शैलजा के पिता अनिल सचदेवा, दादा राजेश रुद्रा (सचिव पंजाब कांग्रेस कमेटी) व अन्य परिजन डॉ. शैलजा के विवेकानंद होस्टल के केसी-108 कमरे को पुलिस की उपस्थिति में जब खुलवाया गया, तो वहां समान बिखरा पड़ा था। बेड के नीचे सल्फास का पाउच पड़ा था, कमरे में ही एक डायरी शैलजा की लिखी हुई बरामद होती है। जिसमें 7 पेज में किसी 'बॉस' नाम के व्यक्ति का जिक्र होता है और उसी बॉस से शैलजा प्यार भी करती थी। खुद इस बात का जिक्र शैलजा ने किया है, लेकिन शैलजा ने सल्फास क्यों खाया या उसको सल्फास जबरदस्ती दिया गया। यह रहस्य बना हुआ है। घर वाले मानने को तैयार ही नहीं है कि उनकी बेटी जहर खा सकती है। उनका कहना है कि जो बेटी की डायरी हाथ लगी है उससे साफ जाहिर है कि यही 'बॉस' उसे प्यार के जाल में फंसा कर उसका शोषण कर रहा था और उसने ही बच्ची को जहर दिया है उसी को लेकर उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है।


वहीं, इस बारे में यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर का साफ कहना है कि शैलजा ने खुद जहर खाया है। इस बारे में एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी बना दी गई है, जो एक माह में अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। फिलहाल उनका पहला काम अभी शैलजा की जान बचाना है, जिसको लेकर यूनिवर्सिटी हर संभव कदम उठा रहा है।