प्रयागराज, एबीपी गंगा। गुजरात एसआईटी ने चलती ट्रेन में मौत के घाट उतारे गए बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक जयंती भानुशाली मर्डर केस के दो नामजद आरोपियों को आज यूपी के प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों में एक महिला भी शामिल है।
आरोप है कि यह महिला ही इस सनसनीखेज हाईप्रोफाइल मर्डर केस की मास्टर माइंड थी। दोनों गिरफ्तार आरोपी पिछले एक महीने से अपनी पहचान छिपाकर किराए के एक मकान में रह रहे थे। एसआईटी ने प्रयागराज पुलिस की मदद से इन्हें गिरफ्तार किया और ट्रांजिट रिमांड के लिए यहां की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया। जिला अदालत में सीजेएम ने इनकी ट्रांजिट रिमांड मंजूर कर दी। ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद एसआईटी अब इन्हें अपने साथ लेकर गुजरात जाएगी।
गौरतलब है कि गुजरात में बीजेपी के उपाध्यक्ष रहे पूर्व विधायक जयंती भानुशाली की इसी साल सात जनवरी को चलती ट्रेन में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज व हाईप्रोफाइल मर्डर के बाद खूब कोहराम मचा था। भानुशाली के परिवार वालों ने इस मामले में बीजेपी के ही एक अन्य नेता व पूर्व विधायक छबील पटेल व उसके परिवार वालों समेत कुछ करीबी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। गुजरात सरकार ने बाद में मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी थी। एसआईटी ने इस मामले में दोनों शूटरों समेत पूर्व विधायक व बीजेपी नेता छबील पटेल और उनके बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एसआईटी की शुरुआती जांच में यह पता चला था कि जयंती भानुशाली और छबील पटेल दोनों का प्रभाव क्षेत्र एक ही था। साल 2007 से 2012 तक कच्छ जिले के अब्दासा क्षेत्र से विधायक थे। साल 2012 में कांग्रेस के छबील पटेल ने जयंती को हरा दिया था। इसके बाद 2014 में छबील पटेल ने कांग्रेस पार्टी व विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया और बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान जयंती भानुशाली व छबील पटेल में सियासी प्रतिद्वंदिता बढ़ती चली गई।
आरोप है कि सियासी प्रतिद्वंदिता के चलते ही जयंती भानुशाली की चलती ट्रेन में हत्या कराई गई। गुजरात एसआईटी ने इस मामले में नामजद महिला मनीषा सक्सेना और सुरजीत भाऊ को प्रयागराज के कीडगंज इलाके से गिरफ्तार किया। दोनों यहां एक रिश्तेदार की बीमारी का बहाना बताकर किराए के कमरे में रह रहे थे। दोनों ने अपनी पहचान भी छिपा रखी थी। प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद गुजरात एसआईटी इन्हे लेकर अहमदाबाद के लिए रवाना हो गई।