Mathura News: मथुरा के कृष्ण कुटीर आश्रय सदन में दो दर्जन माताओं की बिगड़ी तबीयत, तीन दिन में तीन महिलाओं की मौत
Mathura News: स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर जिला संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया. इलाज के बाद 20 माताओं को आश्रय सदन वापस भेज दिया गया. कृष्ण कुटीर महिला आश्रय सदन का संचालन एनजीओ कर रही है.
Mathura Food Poisoning: मथुरा के वृंदावन स्थित बुजुर्ग महिलाओं का आश्रय स्थल कृष्ण कुटीर में रह रही माताएं डिहाइड्रेशन और फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गईं. तबीयत खराब होने के बाद करीब दो दर्जन बुजुर्ग महिलाओं को आनन फानन जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि इलाज के बाद कुछ महिलाओं को डिस्चार्ज कर दिया गया है. आपको बता दें कि कृष्ण कुटीर महिला आश्रय सदन का संचालन स्वयंसेवी संस्था सामाजिक शिक्षा उन्नयन की तरफ से किया जा रहा है. बुजुर्ग महिलाओं की तबीयत खराब होने की खबर को प्रशासन ने छिपाने की कोशिश की. सूत्रों के मुताबिक आश्रय सदन में पिछले कई दिनों से ठीक खानपान नहीं मिल रहा है.
कृष्ण कुटीर में रह रही माताएं फूड प्वाइजनिंग का शिकार
बीमार पड़ने पर बुजुर्ग महिलाओं का इलाज हेल्पेज इंडिया के चिकित्सालय में किया गया. स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर जिला संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया. इलाज के बाद 20 माताओं को आश्रय सदन वापस भेज दिया गया. कुछ माताओं का अभी भी जिला संयुक्त चिकित्सालय में इलाज चल रहा है. इलाज के दौरान पिछले तीन दिन में तीन माताओं की मौत भी हुई है. स्वास्थ विभाग के अनुसार तीन महिलाओं की मौत का कारण अलग-अलग है. मध्यप्रदेश निवासी 70 वर्षीय कौशल्या की मौत डायरिया से हुई है.
पिछले तीन दिनों में तीन माताओं की मौत पर आई सफाई
राजस्थान निवासी 75 वर्षीय जसकंवर और मध्यप्रदेश निवासी 80 वर्षीय सावित्री की दिल से जुड़ी बीमारी और संक्रमण से बताई जा रही है. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम ने जांच के लिए खिचड़ी, आटे और पानी का सैंपल लिया है. जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. महिलाओं की मौत मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी अजय कुमार वर्मा ने कहा कि कृष्णा कुटीर में रह रही माताओं की तबियत बिगड़ी थी.
बीमार होने पर डॉक्टर की टीम ने चेकअप किया. कुछ माताओं को अस्पताल में भर्ती कराया है. महिलाओं की मौत का कारण अधिक उम्र के साथ डायरिया है. एक माता की मौत के पीछे कैंसर की आशंका है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में इलाजरत माताओं की हालत अब ठीक है. जिला प्रोविजन अधिकारी विकास चंद्र ने बताया कि आश्रय स्थल में निवासरत 224 माताएं काफी बुजुर्ग हैं. उन्होंने एनजीओ के कामकाज पर संतोष जताया. विकास चंद्र के मुताबिक बदले हुए मौसम में उल्टी-दस्त, डायबिटीज और अन्य बीमारी से माताओं की मौत हुई है. उन्होंने खानपान में खराबी से इंकार किया. खानपान का सैंपल खाद्य विभाग को जांच के लिए भेजा गया है.
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