कहीं नकली दूध तो नहीं पी रहे आप? मथुरा में पकड़ी गई सिंथेटिक दूध बनाने की फैक्टरी
पुलिस को दस हजार लीटर नकली दूध से भरा एक टैंकर, कच्चा माल और दूध बनाने के उपकरण आदि बरामद हुए हैं. मास्टरमाइंड सहित सात मिलावटखोर गिरफ्तार हुए हैं.
Synthetic Milk: उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में बलदेव क्षेत्र के एक गांव में पुलिस ने दस हजार लीटर सिंथेटिक दूध से भरे एक टैंकर को जब्त किया है और दूध बनाने के उपकरण, कच्चा माल, स्किम्ड मिल्क पाउडर व रिफाइंड ऑयल के अलावा 17 हजार रूपये नकद और मोबाइल फोन आदि बरामद सामान बरामद किया है. पुलिस ने मौके से सिंथेटिक दूध बनाने वाले मास्टरमाइंड सहित सात मिलावटखोरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बरामद किया गये सिंथेटिक दूध को महावन के उप जिलाधिकारी कृष्णानन्द तिवारी की निगरानी में नष्ट करा दिया.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि बलदेव थाना के प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह यादव ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर सीमावर्ती गांव जुगसना में सिंथेटिक दूध बनाने वाली फैक्टरी का भण्डाफोड़ किया है. छापेमारी के दौरान पुलिस को दस हजार लीटर नकली दूध से भरा एक टैंकर, कच्चा माल और दूध बनाने के उपकरण आदि बरामद हुए हैं.
लंबे समय से चल रहा था फर्जीवाड़ा
ग्रोवर के अनुसार पुलिस ने मिलावटखोरी के मास्टरमाइण्ड मुन्नालाल उर्फ प्रेमचंद अग्रवाल, अतुल अग्रवाल, आकाश अग्रवाल (जुगसना), अजहरुद्दीन उर्फ छोटे, अकील खान (नगला मोहन), खोंदूआ, सुधीर को मौके से गिरफ्तार किया है. इस मामले में जिले की खाद्य सुरक्षा और औषधीय प्रशासन इकाई की तीन सदस्यीय टीम ने भी दूध की सैंपलिंग कर अपनी कार्रवाई शुरु कर दी है.
पुलिस अधीक्षक (देहात) श्रीश चंद्र ने बताया, मुन्नालाल से पूछताछ में ज्ञात हुआ है कि उसने प्रेमचंद अग्रवाल मिल्क कलेक्शन सेंटर के नाम से कंपनी पंजीकृत करा रखी थी जिसकी आड़ में वह अपने साथियों के साथ मिलकर लंबे समय से कृत्रिम सिंथेटिक दूध, मक्खन और क्रीम तैयार कर उसकी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर अनेक शहरों में धड़ल्ले से आपूर्ति करता था.
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