मथुरा: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए शनिवार से खुल गए हैं. लंबे अरसे के बाद श्रद्धालुओं ने शनिवार को भगवान बांके बिहारी के दर्शन किए. कोरोना काल में मंदिर के अंदर तो व्यवस्था ठीक रही. लेकिन, मंदिर के बाहर कोविड-19 के नियमों की धज्जियां उड़ती हुई नजर आईं.


मास्क पहनना अनिवार्य
कोरोना काल में 22 मार्च से वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए थे. केवल सेवायतों की तरफ से मंदिर की विधि-विधान से नियमित पूजा-अर्चना की जा रही थी. शनिवार को बांके बिहारी के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. मंदिर प्रबंधन की तरफ से मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है. सैनेटाइज मशीनें लगाई गई हैं और मास्क पहनना श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य कर दिया है. वहीं, फूल-माला, प्रसाद और अन्य सामान लाना मंदिर के अंदर वर्जित कर दिया है.


श्रद्धालुओं की लंबी कतार
भले ही कोरोना से बचाव के लिए मंदिर प्रबंधन ने पूरे इंतजाम कर रखे हों लेकिन इस बीच शनिवार को बांके बिहारी मंदिर के गेट के बाहर गलियों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखने को मिली. वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं. कोरोना काल में मंदिर के बाहर जो तस्वीर देखने को मिली वो परेशान करने वाली थी.


मंदिर प्रशासन करेगा ये काम
मंदिर के बाहर न तो मंदिर प्रशासन ने कोई उचित व्यवस्था की थी और न ही पुलिस प्रशासन की चौकसी नजर आई. कोरोना काल में भीड़ को रोकने के लिए आने बाले समय में मंदिर प्रशासन पोर्टल के जरिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन कराकर दर्शन कराने की व्यवस्था करने की बात कह रहा है.



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