Holi 2023: मथुरा के दाउजी में महिलाओं ने देवर पर बरसाए डंडे, इस कपड़ा फाड़ हुरंगा से पूरी होती है ब्रज की होली
Dauji Ka Huranga: मथुरा के दाउजी इलाके में खास तरह की होली खेलने की परंपरा है जो कि देश के बाकी हिस्सों से बिल्कुल अलग है. यह परंपरा हजारों वर्षों से यहां चली आ रही है.
Mathura Holi News: ब्रज (Braj) में दाउजी एक ऐसी जगह है जहां पर होली (Holi) के दिन भाभी अपने देवर के कपड़े फाड़ देती हैं. य़हां कपड़ा फाड़ हुरंगा मनाया जाता है. यहां भाभी, देवर के कपड़े को फाड़कर उसमें मारती हैं. इस हुरंगे को कपड़ा फाड़ हुरंगा भी कहा जाता है. दाउजी में गुरुवार को एक-एक आदमी को चार महिलाएं मारती हुई नजर आईं. हुरंगे की सबसे बड़ी बात यह है कि ब्रज में बलदेव (Baldev) के हुरंगे वाले दिन तक होली समाप्ति की ओर होती है जिसके चलते सभी अधिकारी हुरंगे में पहुंचते हैं. इसका पूरा आनंद उठाते हैं.
इस मौके पर आगरा के एडीजी राजीव कृष्ण, मथुरा के एसएसपी शैलेश पांडे, जिलाधिकारी पुलकित खरे और जिला पंचायत अध्यक्ष मथुरा प्रमुख रूप से मौजूद रहे. मथुरा से लगभग 40 किलोमीटर दूर भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम (दाउजी )के मंदिर में हजारों साल पहले से ये परंपरा चली आ रही है. इसमें हुरंगा और इसी मंदिर में पूजा अर्चना करने वाले गोस्वामी पांडे समाज की महिला और पुरुष हिस्सा लेते हैं. यहां पर होने वाले इस हुरंगे को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी हजारों लोग आते हैं.
कपड़ा फाड़ होली के पीछे है यह मान्यता
कहा जाता है कि जब भगवान कृष्ण ने गोपियों के कपड़े चुराए थे तब उसी का बदला लेने के लिए गोपियों ने उनके बड़े भाई बलदाऊ के कपड़े फाड़ दिए थे. मंदिर में हो रहे इस हुरंगे में महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. यहां पुरुष भी अपने कपड़े-फड़वा रहे हैं. यहां पर सभी पुरुष-महिलाओं के ऊपर अपने हाथों में लगी बाल्टी द्वारा जमकर टेशू के फूलों से बने रंग डालते हैं और ऊपर मंदिर के चारों तरफ बैठे लोग हुरंगा खेल रहे इन लोगों पर गुलाल की बरसात करते हैं. इस हुरंगे की भी कई दिन पहले से ही तैयारी की जाती है. टेसू के साथ केसर के भी रंग बनाए जाते हैं.
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