UP Assembly Election 2022: योगी आदित्यनाथ के मंत्री ने कहा- जिन्हें पता था टिकट कटेगा वे पार्टी छोड़कर गए
कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने नेताओं के लगातार बीजेपी से निकलकर सपा में शामिल होने पर कहा कि हर चुनाव में ऐसा होता है.
UP Assembly Election 2022: मथुरा में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने नेताओं के लगातार बीजेपी से निकलकर सपा में शामिल होने पर कहा कि हर चुनाव में ऐसा होता है. सपा के 10 एमएलए बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं. सपा के एमएलए हरिओम यादव ज्वाइन कर चुके हैं. कांग्रेस के एमएलए ज्वाइन कर चुके हैं, बीएसपी के एमएलए भी ज्वाइन कर चुके हैं, हमारे यहां क्योंकि 403 की विधानसभा है, 325 हमारे एमएलए पहले से ही बैठे हुए हैं.
जिन्हें पता था टिकट कटेगा वे गए हैं-मंत्री
हमारे यहां तो पहले से ही नो वैकेंसी रहती है. जिन लोगों के पास 403 में से 45 से 46 एमएलए रहते हैं, तो उनके यहां पहले से ही वैकेंसी ही वैकेंसीया रहती हैं. जिन लोगों को टिकट कटने का खतरा था, जो नहीं जीत रहे थे, उन्हें खुद पता था कि सर्वे हुआ है हमारी टिकट कटेगी ही. वही लोग गए हैं, कुछ लोग ऐसे हैं जिनके बारे में बड़े बुजुर्ग कहते हैं, जिस परिवेश का आदमी होता है वह उसी परिवेश में जाकर वह बैठता है. सपा परिवारवादी पार्टी है. जो स्वयं मंत्री का बेटा टिकट लेकर चुनाव हार गया, उन्हें अपने परिवार और रिश्तेदारों के लिए टिकट चाहिए. ऐसे लोग बीजेपी सरकार में नहीं रह सकते. परिवारवादी लोग परिवारवादी पार्टी में ही जाएंगे. ऐसे ही लोग पार्टी को छोड़कर गए हैं.
जब उनसे सवाल किया गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के पीछे पुलिस लगी है और उनका कहना है कि अभी ईडी भी लगेगी, तो चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि वह तो कोर्ट के वारंट हैं. उसमें सरकार का तो कोई मामला नहीं है, ईडी लगने की बात है तो जो जैसा करेगा वैसा भरेगा.
कल तक सीटें फाइनल हो सकती हैं-मंत्री
अयोध्या से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया गया तो मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का जो आदेश होगा, उसके आधार पर चुनाव लड़ा जाएगा. हर जगह की जनता मांग कर रही है कि योगी जी हमारे यहां से चुनाव लड़ें. अगर वह अयोध्या से चुनाव लड़ते हैं तो उनके गुरु ही राम मंदिर के मुख्य गुरु थे, वह वहां से भी लड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की की कल तक सीटें फाइनल हो सकती हैं.
मैंने छाता से टिकट मांगा है
लक्ष्मीनारायण से सवाल किया गया कि आप कहां से चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि जहां से पार्टी कहेगी मैं वहीं से चुनाव लडूंगा. वैसे मैं छाता से वर्तमान में विधायक भी हूं और छाता से ही मैंने टिकट मांगा है. सपा-लोकदल गठबंधन प्रत्याशी तेजपाल सिंह से अपने मुकाबले पर उन्होंने कहा कि पिछली बार उनका पुत्र चुनाव लड़ा 65 हजार वोटों से हारा था. 65 हजार वोटों से हारने पर भी अगर मुकाबला है, तो वह अलग बात है, मैं सिर्फ यही कहूंगा भारतीय जनता पार्टी का पूरी तरह से उत्तर प्रदेश में प्रभाव है. किसी से कोई मुकाबला नहीं है. दूसरे या तीसरे नंबर पर कौन रहेगा वह सपा और बसपा को तय करना है.
ये भी पढ़ें: