Mathura News: उत्तर प्रदेश (UP) के मथुरा में साइबर क्राइम (Cyber Crime) लगातार अपने पैर पसारता जा रहा है. साइबर ठगी में अव्वल रहने वाले जामताड़ा (Jamtara) को राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर, यूपी के मथुरा, हरियाणा के नूंह और झारखंड के ही देवघर ने पीछे छोड़ दिया है. इस समय जामताड़ा को भरतपुर, मथुरा, नूंह और देवघर ने पांचवें पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया है. फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन की स्टडी में सामने आया है कि मथुरा में भी साइबर क्राइम बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.


मथुरा के थाना गोवर्धन क्षेत्र में साइबर क्राइम में बढ़ोतरी हुई है. थाना गोवर्धन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव दोसेरस, मुडसेरस, दौलतपुर, मडोरा और इनके निकटवर्ती गांव में घर-घर में इस तरह के साइबर अपराध किया जा रहे हैं. मथुरा जिले की पुलिस इन अपराधियों पर काबू पाने की कोशिश भी कर रही है. इसके बाद भी साइबर अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.


साइबर थाना बनाने का भेजा गया प्रस्ताव


अभी मथुरा पुलिस ने शासन को गोवर्धन थाना क्षेत्र में एक साइबर थाना बनाने का भी प्रस्ताव भेजा है. इस पर अभी शासन की ओर से मोहर लगना बाकी रह गया है. वैसे तो मंडल में एक ही साइबर थाना होता है लेकिन मथुरा में बढ़ रहे साइबर अपराध को लेकर गोवर्धन में भी दूसरा साइबर थाना बनाने की बात चल रही है, जिसकों जल्दी ही अमली जामा पहना दिया जाएगा. इसी के साथ गोवर्धन में भी एक साइबर थाना स्थापित कर दिया जाएगा.


एएसपी त्रिगुण विषेन ने क्या कहा?


अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण त्रिगुण विषेन ने कहा कि मथुरा क्योंकि राजस्थान और हरियाणा का बॉर्डरिंग जिला है, यहां पर साइबर क्राइम के कई मामले संज्ञान में आए हैं, इसके लिए साइबर थाने की स्थापना गोवर्धन क्षेत्र में कराई जा रही है. इसके अलावा जो केसेस हम लोग वर्कआउट करते हैं, उन सभी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. बहुत लोगों की प्रॉपर्टी भी सीज की गई है और गोवर्धन थाने में साइबर लैब की स्थापना भी की गई है. साथ ही हम लोग एक और प्रोसेस कर रहे हैं कि जो बाहर के नंबर यहां पर चल रहे हैं, उनका डिटेक्शन और उन पर कार्रवाई करने का है.


पुलिस कर रही लोगों को जागरूक


त्रिगुण विषेन ने कहा कि इसके संदर्भ में हम लोग पूरी तरीके प्रतिबद्ध हैं. जल्द ही वहां पर साइबर थाना स्थापित हो जाएगा. इससे ऐसे क्राइम को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलेगी. हमारा काम है पब्लिक को जागरूक करना और इसी क्रम में हमने पोस्टर भी लगाए थे,, अनाउसमेंट भी किया था और जो भी संभव हो सकता है, हम लोग पब्लिक को जागरूक कर रहे हैं, वो इस तरीके के साइबर फ्रॉड के जो अपराधी हैं, इनसे बचे और इनके बारे में हम लोगों को सूचना दें, जिससे कि हम इनके खिलाफ कार्रवाई कर सकें. 


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