UP: शहीद पुलिस अधीक्षक की पत्नी ने सरकार पर वादे पूरे नहीं करने का लगाया आरोप, जानें- पूरा मामला
अर्चना द्विवेदी ने अपने पति को श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि ना ही जवाहर बाग का नामकरण मेरे पति के नाम पर किया गया और ना ही तीन महीने में सीबीआई जांच पूरी करने का वादा पूरा हुआ. वो सरकार को उनके वादे याद दिलाने के लिए ज्ञापन भेजेंगी.
मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में दो जून 2016 को झड़प के दौरान शहीद हुए पुलिस अधीक्षक (शहर) मुकुल द्विवेदी की पत्नी अर्चना द्विवेदी ने बुधवार को कहा कि सरकार की तरफ से वादे पूरे नहीं किए जाने से वो निराश हैं. द्विवेदी ने नवगढ़ वाटिका में अपने पति को श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से कहा कि ना ही जवाहर बाग का नामकरण मेरे पति के नाम पर किया गया और ना ही तीन महीने में सीबीआई जांच पूरी करने का वादा पूरा हुआ.
जवाहर बाग में हुई थी झड़प
मथुरा के जवाहर बाग में कथित तौर पर आजाद भारत विधिक विचारक क्रांति सत्याग्रही के सदस्यों और अवैध कब्जा हटाने गए पुलिस दल के बीच हुई झड़प में कम से कम 29 लोग मारे गए थे जिनमें मुकुल द्विवेदी और फराह पुलिस थाने के अधिकारी संतोष यादव भी शामिल थे.
सरकार को भेजेंगी ज्ञापन
दिवंगत पुलिस अधीक्षक की पत्नी को राजपत्रित अधिकारी नियुक्त किया गया था. साथ ही जवाहर बाग का नामकरण उनके पति के नाम पर किए जाने के साथ ही मुकुल द्विवेदी की मूर्ति स्थापित करने का वादा किया गया था. अर्चना द्विवेदी ने कहा कि वो सरकार को उनके वादे याद दिलाने के लिए ज्ञापन भेजेंगी.
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