Congress Protest: शुक्रवार को कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन किया. कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने बड़ा बयान दिया है. बता दें कि आज दिल्ली में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. राहुल गांधी ने इस प्रदर्शन की अगुवाई की और कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला. हालांकि, पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया.
मथुरा सांसद हेमा मालिनी ने कहा, 'मैं महंगाई को लेकर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी. हमारी सरकार, पीएम मोदी और अमित शाह तय करेंगे कि क्या करना है. वे (कांग्रेस) संसद को चलने नहीं दे रहे हैं.'
महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल हुईं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा पुलिस द्वारा प्रधानमंत्री आवास की ओर मार्च निकालने से रोके जाने के बाद सड़क पर धरने पर बैठ गईं. हालांकि, कुछ देर बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी ने लगाए आरोप
हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि देश की जनता महंगाई से तड़प रही है, लेकिन सरकार में बैठे लोगों को महंगाई नजर नहीं आ रही है. कांग्रेस के अनुसार, संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक कांग्रेस सांसदों के मार्च से जुड़े कार्यक्रम में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल हुए तो कांग्रेस मुख्यालय से प्रधानमंत्री आवास तक मार्च निकालने और घेराव करने से संबंधित कार्यक्रम के लिए प्रियंका गांधी ‘24 अकबर रोड’ पहुंचीं.
काले रंग की सलवार-कमीज ओर दुपट्टा पहने प्रियंका पार्टी मुख्यालय के सामने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधक को लांघकर दूसरी तरफ पहुंचीं और सड़क पर धरने पर बैठ गईं. इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘प्रियंका गांधी जिंदाबाद’ और ‘मोदी जब-जब डरता है, पुलिस को आगे करता है’ के नारे लगाए. बाद में पुलिस ने प्रियंका को हिरासत में ले लिया. प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अन्य नेता गैस सिलेंडर लेकर प्रधानमंत्री आवास की तरफ जाना चाहते थे.
कांग्रेस ने जारी किया वीडियो
कांग्रेस की ओर से जारी एक वीडियो के अनुसार, प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘पुलिस को लगता है कि विपक्ष को ये दबा सकते हैं. इन्हें लगता है कि हम दबाव में आकर और समझौता करके बस में बैठ जाएंगे. हम ऐसा क्यों करें?’’
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