Mathura News: PMFBY में करोड़ों का घपला, फर्जी पट्टा बनवाकर अपात्र लोगों ने लिया बीमा का लाभ
मथुरा जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर किसानों से ठगी का मामला प्रकाश में आया है. कई गांवों के किसानों की भूमि का फर्जी पट्टा बनवाकर गलत तरीके से फसल बीमा का लाभ लिया गया है.
PMFBY Scam. मथुरा जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर किसानों से ठगी का मामला प्रकाश में आया है. जिसमें पलसो, डहरौली, कमई, करहला, रानेरा ईगरियाला, पेलखू और खायरा समेत कई गांवों के किसानों की भूमि का फर्जी पट्टा बनवाकर गलत तरीके से फसल बीमा का लाभ लिया गया है. यह लाभ उन लोगों ने लिया है जिनका की उस फसल बीमा पर कोई अधिकार ही नहीं बनता है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर जिले में करोड़ों रुपए का घपला किया गया है. बीमा कंपनी के सर्वे राजस्व विभाग के कर्मचारियों और दलालों ने एक ही जमीन पर कई लोगों के नाम से क्लेम हड़प लिया. इसके लिए किसानों की कृषि भूमि का किसी अन्य व्यक्ति के नाम फर्जी किरायानामा तैयार कर लिया गया. बीमा के लिए किसानों ने जब पोर्टल पर आवेदन करना चाहा तब उन्हें इस घपले का पता चला.
वहीं इस घपलेबाजी के बाद बीमा कंपनी ने जांच बैठा दी और एएसएसपी ने भी जांच कमेटी गठन करने की बात कही है. एक अनुमान के मुताबिक जिले में ऐसे 20,000 से अधिक मामले बताए जा रहे हैं. मालूम हो कि प्राकृतिक आपदा पर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिया जाता है.
जिले में वर्ष 2020-21 में एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी आफ इंडिया लिमिटेड फसलों का बीमा कर रही है. किसान भारत सरकार के पीएमएफबीवाई पोर्टल पर भी जन सेवा केंद्र से सीधे बीमा कराते हैं. राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने दलालों से मिलकर किसानों की कृषि भूमि की फर्जी किराए नामे तैयार कराए और फसलों में नुकसान दिखाया. जिसके आधार पर बीमा का लाभ लिया गया.
जांच हुई तो बड़े बड़े नाम आएंगे सामने
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम पर किए गए करोड़ों रुपए के घोटालों की अगर जांच की जाए तो इसमें बड़े बड़े दलाल और लेखपाल के नाम उजागर होंगे और बीमा कंपनी के सर्वेयर भी नहीं बच पाएंगे. बताया जा रहा है कि मामला फसने के बाद बीमा कंपनी क्लेम की राशि वापस करने को किसानों को नोटिस दे रही है और राशि वापस न करने पर रिपोर्ट दर्ज कराने तक की धमकी दे रही है.
वहीं किसान कैप्टन हरीयर शर्मा ने बताया कि उन्होंने किसी को अपनी जमीन किराए पर नहीं दी. फर्जी तरीके से बीमा राशि निकाल ली गई है. वहीं इस मामले में जिला पंचायत सदस्य हेमराज सिंह ने 31 अगस्त को एसडीएम सदर से एक शिकायत की थी. विगत दिनों पीड़ित किसानों में गांव खायरा की बैंक पर धरना प्रदर्शन भी किया और शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
जांच होगी
जिला कृषि अधिकारी अश्वनी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे यहां जिलाधिकारी महोदय के यहां से दो शिकायती पत्र आए हैं, मैं उन जगहों पर गया और किसानों से मुलाकात की. मेरे पूछने पर उन्होंने बताया कि घपला हुआ है. साक्ष्य मांगे जाने पर उन्होंने साक्ष्य नहीं दिया. लेकिन मैं एलडीएम साहब से और जो अन्य बैंक के प्रतिनिधि होते हैं, उनसे मिलकर खातों की जांच करवाऊंगा और जो भी रिपोर्ट होगा वो मैं जिलाधिकारी महोदय को प्रस्तुत करुंगा.
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