Mathura News: मथुरा जिले के हाईवे थानाक्षेत्र के तुलसी नगर इंद्रपुरी कॉलोनी में लोगों को हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तित करने की कोशिश करने के आरोप में पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति लोगों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाईवे थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और पांच लोगों को गिरफ्तार किया.


एसएसपी ने बताया कि आरोपियों को तब गिरफ्तार किया गया, जब धर्म परिवर्तन से पहले वहां एक 'धर्म सभा' ​​चल रही थी. पुलिस ने कहा कि कथित धर्मांतरण के लिए लगभग 48 पुरुष और महिलाएं भी मौके पर एकत्र हुए थे. उन्होंने बताया कि आरोपियों को उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में सैमसन सैमुअल, अमरदेव, विकास भोई, अजय सेल्वराज और राकेश शामिल हैं. 


पुलिस को धर्म संबंधी पत्रक भी मिले
उन्होंने बताया कि आरोपियों के कब्जे से बड़ी संख्या में धार्मिक किताबें, पोस्टर आदि बरामद किए गए. उन्होंने बताया कि उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. हाईवे थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) आनन्द कुमार शाही ने शनिवार शाम को बताया था कि पुलिस ने वहां एक मकान में करीब 48 पुरुषों और उसके सामने वाले मकान में इतनी ही महिलाओं को एकत्रित पाया. उन्होंने बताया था कि वहां भोजन आदि का कार्यक्रम चल रहा था, वहां कुछ धर्म संबंधी पत्रक भी मिले.


उन्होंने बताया था कि मकान के अंदर मौजूद एक ताइवानी नागरिक, मकान मालिक, उनकी पत्नी तथा करीब 12 महिला-पुरुषों को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है. एसएचओ ने कहा था कि धर्मांतरण के आरोप की पुष्टि करने वाला कोई ठोस प्रमाण मिलने पर ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पुलिस क्षेत्रधिकारी (सीओ) श्वेता वर्मा ने रविवार को बताया कि जिस मकान में बैठक करके लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा था, उसकी तलाशी लेने पर गिरफ़्तार व्यक्तियों के पास काफ़ी मात्रा में धार्मिक पुस्तकें, पोस्टर, पब्लिक एड्रेस सिस्टम आदि बरामद हुए. उन्होंने बताया कि इस घटना के सम्बन्ध में थाना हाईवे पर मामला दर्ज किया गया है.


जांच में नहीं मिला कुछ भी संदिग्ध
उन्होंने बताया कि, ताईवानी नागरिक सहित जिन सात अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था, जांच में उनकी भूमिका नहीं मिलने पर उन सभी को रात में ही रिहा कर दिया गया. उन्होंने बताया कि ताईवानी नागरिक सिंगफू पर्यटन वीजा पर भारत आया था. उन्होंने बताया कि वह सैमुअल के पास रहता था. उन्होंने बताया कि पुलिस को जांच के दौरान धर्मांतरण में उसकी कोई भूमिका नहीं मिली. उन्होंने बताया कि उसके लैपटॉप की भी जांच की गई लेकिन उसमें कुछ संदिग्ध नहीं मिला.


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