Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा पर मथुरा में बड़ा कार्यक्रम, सूरदास की तपोस्थली पर होगा शरदोत्सव का आयोजन
Mathura Surdas News: यूपी सरकार शरद पूर्णिमा के अवसर पर मथुरा में महाकवि सूरदास जी की तपोस्थली गोवर्धन के चंद्र सरोवर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी. यहां गोपी-गीत और पद गायन भी होगा.
Mathura Sharad Purnima 2023: उत्तर प्रदेश का पयर्टन विभाग इस बार शरद पूर्णिमा को बड़े स्तर पर मनाने जा रहा है. सूरदास जी की तपोस्थली गोवर्धन के गांव परासौली स्थित चंद्र सरोवर पर इस बार शरद पूर्णिमा को शरदोत्सव का भव्य आयोजन होगा. इस कार्यक्रम में द्वापरयुग की शोभा को जीवंत करने का भी प्रयास किया जाएगा. इस दौरान गोपी-गीत और पद गायन किया जायेगा. साथ ही हजारों की संख्या में दीप जलाकर चंद्र सरोवर को जगमगाया जायेगा. शरद पूर्णिमा के दिन पूरे ब्रज में प्रेम और रस भाव की दिव्यता के साथ शरदोत्सव मनाया जाएगा.
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गोवर्धन के गांव परासौली स्थित चंद्र सरोवर पर काफी पहले से महारास की अनूठी परंपरा है. उन्होंने कहा कि चंद्र सरोवर के किनारे सूर कुटी ही सूरदास जी की साधना स्थली रही है, जहां उन्होंने कालजयी पदों की रचना की थी.
आज होगा कार्यक्रम का आयोजन
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा ने महारास की इस परंपरा को जीवित रखने और उसे नयापन देने के लिए पिछले कुछ सालों से प्रयास शुरू कर दिया है. परासौली के चंद्र सरोवर के किनारे परिषद द्वारा तैयार कराये गये ओपन एयर थिएटर (ओएटी) में शरद पूर्णिमा को 28 अक्टूबर (शनिवार) शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक धवल चांदनी में लगभग दो दर्जन महिला व पुरुष कलाकार महारास की प्रस्तुति देंगे. इस बार शरदोत्सव पर कुछ मंदिरों में ग्रहण के कारण यह पर्व 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
मथुरा की परम्परा को करेंगे प्रदर्शित
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सूरदास की तपोस्थली गोवर्धन के गांव परासौली स्थित चंद्र सरोवर पर शरद पूर्णिमा पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करके मथुरा की गौरवशाली एवं समृद्ध परम्परा को श्रद्धालुओं के बीच प्रदर्शित किया जाएगा. इसके साथ ही शरदोत्सव को जीवंत बनाकर आगन्तुकों को इसकी महत्ता एवं इसमें छिपे हुए संदेश को देने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा को सभी कार्यक्रमों को पूरी दिव्यता एवं भव्यता के साथ आयोजित कराने के निर्देश दिये गए हैं.
ये भी पढ़ें-