कोरोना के चलते 500 साल में पहली बार बंद हुआ बांके बिहारी मंदिर, चरण दर्शन से मोहताज रहे इस बार भक्त
कोरोना के चलते लॉकडाउन का असर बांके बिहारी मंदिर के भक्तों पर भी पड़ा है। 500 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि मंदिर बंद रहा।
मथुरा, सौरभ गौतम। कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में कान्हा की भक्ति पर भी असर पड़ा है। बता दें कि अक्षय तृतीया के मौके पर ठाकुर श्री बांके बिहारी जी के साल में एक बार चरण दर्शन होते हैं लेकिन इस बार कोरोना के चलते ब्रज के सभी मंदिर बंद किए गए हैं। सिर्फ मंदिर के सेवायत ही ठाकुर जी की पूजा अर्चना कर सकते हैं। साल में एक बार होने वाले ठाकुर बांके बिहारी के चरण दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु हर साल आते थे लेकिन कोरोना के चलते ऐसा 500 साल बाद हुआ है कि ठाकुर जी के मंदिर बंद होने की चलते किसी को मंदिर में आने की इजाजत नहीं है। अक्षय तृतीया के दिन ठाकुर बांके बिहारी जी को चंदन की लेप लगाकर से शीतलता प्रदान की जाती है और सत्तू का भोग लगाया जाता है।
गौरतलब है कि कान्हा की पावन लीलास्थली अपनी उत्सवधर्मिता के लिए विश्व भर में मशहूर है। यहां के मंदिर देवालयों में आए दिन विविध प्रकार के उत्सवों का आयोजन होता रहता है। जिसका आनन्द देश विदेश से आए लाखों श्रद्धालु पूर्ण आस्था के साथ उठाते हैं। वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मन्दिर देवालयों में ठाकुर जी को शीतलता प्रदान करने के उद्देश्य से मलयागिरि चन्दन एवं विभिन्न प्रकार के शीतल पेय पदार्थ व फल, सत्तू आदि निवेदित किये जाते हैं।
नगर के प्रमुख सप्त देवालयों के अलावा जग प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में सेवायतों द्वारा ठाकुर जी के चरणों के समक्ष चंदन का लड्डू निवेदित कर सत्तू शीतल पेय प्रदार्थ का भोग लगाया गया। जिससे कि ठाकुर जी को शीतलता प्रदान की जा सके। ठाकुर जी को अर्पित किए जाने वाले चन्दन को कई दिन पूर्व से ही तैयार किया जाता है। शुद्ध चन्दन काष्ठ के साथ केसर, कपूर आदि पदार्थों को गुलाबजल मिलाकर घिसा जाता है। काफी मेहनत के साथ मलयागिरि चन्दन के गोले तैयार किए जाते हैं।
श्री हरिदासी परम्परा से श्री बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर जी के वर्ष में एक बार ही भक्तों को चरण दर्शन होते हैं। लेकिन इस बार हजारों भक्त ठाकुर जी के चरणों के दर्शनो से वंचित रहे। यह 500 वर्ष में ऐसा पहली बार हुआ है कि मंदिर बंद रहा और श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति नहीं थी। वहीं, सेवारत रसिक गोस्वामी ने बताया कि ठाकुर जी के आज के दिन चरण दर्शन होते हैं और कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मंदिर बंद है। हम ठाकुर जी से प्रार्थना करते हैं कि कोरोना वायरस का संक्रमण जल्द से जल्द खत्म हो ।