Mathura News: केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल पहुंचे हाथी संरक्षण केंद्र, हाथियों का जाना हाल
UP News: मथुरा मे वाइल्ड लाइफ एसओएस द्वारा संचालित हाथी संरक्षण केंद्र भारत में अपनी तरह का पहला केंद्र है. केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने यहां पहुंचकर हाथियों का हाल जाना.
Mathura News: मथुरा स्थित हाथी संरक्षण केंद्र पर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल पहुंचे और हाथियों का हाल जाना. देश का पहला हाथी संरक्षण व देखभाल केंद्र स्थित है जहां हाथियों का संरक्षण और देखभाल की जाती है. केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने वाइल्डलाइफ एसओएस द्वारा संचालित हाथी संरक्षण केंद्र का दौरा किया. जहां उन्होंने हथनी फूलकली, माया, लक्ष्मी, बिजली और चंचल के साथ साथ अन्य हाथियों का हाल जाना और हाथियों को देखभाल संबंधित जानकारी की वाइल्ड लाइफ एसओएस के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली.
वाइल्डलाइफ एसओएस द्वारा देश का पहला हाथी संरक्षण व देखभाल केंद्र संचालित किया जाता है. जहां अवैध रूप से कैद में रहने वाले हाथियों को मुक्त करा कर उनकी देखभाल की जाती है. हाथी संरक्षण केंद्र के दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वाइल्डलाइफ एसओएस द्वारा किया जा रहा यह कार्य हाथियों के संरक्षण की बेहद अनोखी पहल है. जहाँ उन्होंने भारत का पहला हाथी बचाव केंद्र स्थापित किया. जिसमें हाथियों को अवैध कैद और सर्कस से बचा कर लाया गया है.
हाथियों के देखभाल के लिए विशेष सुविधाएं
वाइल्ड लाइफ एसओएस द्वारा संचालित हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र भारत में अपनी तरह का पहला केंद्र है. जहां बचाए गए हाथियों की देखभाल के लिए विशेष सुविधाएं हैं. जिनमें हाइड्रोथेरेपी के लिए पूल भी शामिल है. डिजिटल एक्स-रे , पैरों की देखभाल के उपकरण और विशेष रूप से प्रशिक्षित पशु चिकित्सकों की टीम भी शामिल है. हाथी जो दीर्घकालिक बीमारियों और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित है. उनकी भी यहां देखभाल और इलाज किया जाता है.
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य सरकार और वाइल्ड लाइफ एसओएस ने भारत का पहला हाथी संरक्षण केंद्र स्थापित करके एक अनूठा मॉडल बनाया है , मुझे उम्मीद है कि अन्य राज्य सरकारें भी इस मॉडल का अनुसरण करेंगी , वाइल्ड लाइफ एसओएस को केंद्र के संचालन के लिए बेहद मेहनत करनी पड़ती है , इसलिए में लोगों से अनुरोध करता हूँ कि वह हाथियों के लिए धन और उन्हें मिलने वाली सभी सहायता की सराहना करें और उनके संरक्षण कार्यों का समर्थन करें.
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