Mathura Water Tank Collapsed: मथुरा नगर में रविवार शाम एक आवासीय कॉलोनी की टंकी अचानक ढह गयी जिससे कई मकान उसके मलबे की चपेट में आ गये. इस घटना में दो महिलाओं की मौत हो गयी और 12 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. लगभग ढाई लाख लीटर क्षमता वाली यह पानी की टंकी तीन साल पहले ही बनकर तैयार हुई थी.


पुलिस सूत्रों ने बताया कि थाना कोतवाली क्षेत्र में बीएसए डिग्री कॉलेज के पीछे उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कॉलोनी कृष्णा विहार की पानी की टंकी रविवार शाम करीब छह बजे सामान्य बूंदाबांदी के बीच अचानक ढह गयी. उन्होंने बताया कि पानी की टंकी के मलबे की चपेट में आसपास के कई मकान भी आ गए, जिससे उनमें रहने वाले और वहां गली में खेल रहे कुछ बच्चे भी टंकी व मकानों के मलबे की चपेट में आकर दब गए.


इनकी हुई मौत
स्वास्थ्य विभाग के त्वरित कार्यबल के प्रभारी डॉक्टर भूदेव प्रसाद ने बताया कि इस घटना में घायल दो महिलाओं की अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही मौत हो गई. उनकी पहचान सुंदरी (65) और सरिता (27) के रूप में की गई है. उन्होंने बताया कि हादसे में गंभीर रूप से घायल नवाब (35) नामक व्यक्ति की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसे आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है. शेष 11 घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी है.


जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सभी घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया है. दमकलकर्मी एवं पुलिस के अलावा राजस्व, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग आदि की टीमें मुस्तैदी से बचाव कार्य में लगी हुई हैं. उन्होंने बताया कि यह 2.5 लाख लीटर क्षमता की टंकी थी. यह गंगाजल पेयजल परियोजना के तहत जल निगम द्वारा छह करोड़ रुपए की लागत से बनवाई गई थी.


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आला अधिकारी कर रहे निगरानी
जिलाधिकारी सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेष कुमार पाण्डेय सहित जिले के सभी आला अधिकारी बचाव व राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं. राजस्व विभाग प्रभावित परिवारों को भोजन एवं रहने की सुविधा मुहैया करा रहा है.
जिलाधिकारी ने बताया कि आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कृष्णा विहार कॉलोनी की पानी की टंकी के निर्माण का काम वर्ष 2021 में ही पूरा हुआ था.


उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण बल की टीमों को भी बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है जिनके जल्द ही यहां पहुंचने की संभावना है. सिंह ने कहा कि जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाएगा कि मलबे में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं है, तब तक बचाव कार्य जारी रहेगा.