Mau News: उत्तर प्रदेश के मऊ में साइबर ठगी का बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा है. साइबर ठगों ने जिला अधिकारी का मोबाइल हैक नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से 4 लाख 15 पंद्रह हजार रूपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. हाई प्रोफाइल इस ठगी के मामले मे पुलिस ने शनिवार की रात तीन नामजत और एक अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 


कोतवाली अन्तर्गत तिघरा डढिया भोपौरा निवासी लाल बहादुर निषाद पुत्र दामोदर निषाद ने कोतवाली में दर्ज कराये गये मुकदमे में बताया वह एक बेरोजगार युवक है और रोजगार के लिये सोशल मीडिया पर सर्च करता रहता है. सोशल मीडिया पर प्राईवेट जाब की जानकारी मिलने पर उसने 24 अक्टूबर 2023 को दिये गये नम्बरों पर फोन किया तो फोन बंद आया. दूसरे दिन 25 अक्टूबर को उन नंबरों से फोन आया और फोन करने वाले ने पूछा की आपने जॉब के लिये सम्पर्क किया था.


युवक की शिकायत पर मचा हड़कंप
युवक के हामी भरने पर फोन करने वाले ने अपने को आईजी पुलिस का सेक्रेटरी बताते हुए कहा कि पैसा दे दो तो मैं तुम्हारी सरकारी नौकरी लगवा दूंगा. युवक को उसकी बात पर विश्वास नहीं हुआ और उसने फोन काट दिया. उसी दिन जालसाज ने पुलिस महानिरीक्षक के सरकारी नम्बर से फोन किया और पैसे की मांग की और फाइल चार्ज के नाम पर 15 हजार रुपये खाते में मंगा लिये. अगले दिन जालसाज ने जिलाधिकारी मऊ के सरकारी नम्बर 9454417523 से फोन कर उसे अपने विश्वास में ले लिया और 4 लाख रुपये और ले लिया. कई दिनों तक जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो ठगी के शिकार उक्त युवक ने डीएम और आईजी पुलिस के सरकारी मोबाइल पर फोन कर जानकारी ली तो पता चला की वहां से कोई फोन नहीं किया गया था. 


पीड़ित के प्रार्थना पत्र को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल कोतवाली पुलिस को मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश दिया. डीएम के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने शनिवार की देर रात जालसाज हिमांशु कन्नौजिया उसकी मां उर्मिला कन्नौजिया और उसके पिता गुलाब कन्नौजिया निवासी भटौरा, थाना सरायख्वाजा जनपद जौनपुर व एक अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी शुरू कर दी है.


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