Mau News: 'बड़े बेआबरू होकर, तेरे कूचे से हम निकले', कुछ ऐसा ही हाल हुआ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता विद्युत यादव (Vidyut Yadav) के साथ, जिन्हें यूपी पुलिस ने ढोल नगाड़ों के साथ जिले से धकेल कर बाहर निकाल दिया. विद्युत यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) के करीबी नेताओं में आते हैं. गुरुवार को मऊ पुलिस (Mau Police) ने गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए सपा नेता को जिला बदर कर दिया. पुलिस ने ढोल नगाड़े बजाते हुए उन्हें जिले से बाहर का रास्ता दिखाया और साफ कहा कि अगर अगले छह महीने के भीतर अगर आप मऊ जनपद में दिखाई देंगे तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सपा नेता विद्युत यादव मऊ के बढ़राव ब्लाक पूर्व ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं. उनके खिलाफ ये कार्रवाई गुंडा एक्ट के तहत हुई है. पिछले दिनों जिला पंचायत सदस्यों ने भी उनका समर्थन किया था. इन सदस्यों ने सपा नेता का समर्थन करते हुए जिला अधिकारी को एक ज्ञापन दिया था, जिसमें उन पर कार्रवाई नहीं करने के लिए कहा गया था, लेकिन जिला पंचायत सदस्यों का समर्थन भी उनके काम नहीं आया और पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उन्हें जिले से निकाल दिया.
ढोल नगाड़ों के साथ किया बाहर
मऊ पुलिस ने बाकायदा सपा नेता विद्युत यादव को साथ लेकर आई और फिर मऊ जिले की सीमा तक ले गई. इसके बाद ढोल नगाड़े बजाते हुए उन्हें जिले से बाहर खदेड़ते हुए कहा कि भाग जाओ अगर 6 महीने के पहले दिख गए तो खैर नहीं. इसके बाद सपा नेता चुपचाप अकेले वहां से निकल गए और कहा कि वो अगले छह महीनों तक यहां नहीं दिखेंगे. समय की विडंबना देखिए जहां कभी मऊ जनपद में सपा नेता की तूती बोलती थी तो वहीं अब उनकी ये हालत हो गई कि वो दुम दबाकर पुलिस के सामने नगाड़े और ढोल की आवाज के बीच भागते हुए नजर आए.
आपको बता दें कि सपा नेता विद्युत यादव पर लगभग आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. जिसमें वो जमानत पर चल रहे हैं, वहीं जिला अधिकारी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इनके सारे रसूख को दरकिनार करते हुए इन्हें जिला बदर कर दिया है. वहीं इनके भतीजे भाजपा और संघ से करीबी बना करके खुद को बचाने की जुगत में लगे हुए हैं.
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