UP News: यूपी के मऊ जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र के सहादतपुरा मोहल्ले में माफिया मुख्तार अंसारी के सहयोगियों पर जिला प्रशासन की नजर अभी भी टेढ़ी बनी हुई है. माफिया मुख्तार अंसारी के मर जाने के बावजूद अभी भी प्रशासन उसके सहयोग से कमाई गई संपत्ति पर चुन-चुन कार्रवाई कर रही है. 


यह मामला माफिया मुख्तार अंसारी के सहयोगी अफजाल अहमद अंसारी से जुड़ा है. उसने पहले स्थानीय लोगों को माफिया मुख्तार अंसारी का डर और भय दिखाकर उनकी संपत्तियों को औने–पौने दामों में खरीदा था. फिर करोड़ों रुपए में बेचने का काम करता था. उसका हिस्सा जेल में बंद रहे माफिया मुख्तार अंसारी और उनके परिवार को दिया करता था.


इसके अलावा उसके चुनाव में लोगों को धन मुहैया कराकर चुनाव को प्रभावित भी किया जाता था. अफजाल अहमद अंसारी पर स्थानीय थाना कोतवाली में हिस्ट्रीशीटर घोषित होने के साथ-साथ उसके ऊपर गैंगस्टर की कार्रवाई भी हुई है. स्थानीय जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने उसके गुर्गों ढूंढ-ढूंढ कर उन सभी के संपत्तियों को कुर्क करती जा रही है.


क्या बोली पुलिस 
क्षेत्राधिकारी नगर अंजनी कुमार पांडे ने बताया कि यह कुर्क की कार्रवाई माफिया मुख्तार अंसारी के सहयोगी अफजाल अहमद अंसारी और उसके साथी पर गैंगस्टर के तहत हुई है, जिसमें की 1 करोड़ 80 लाख रुपए की संपत्ति को जिला प्रशासन द्वारा पुलिस के सहयोग से कुर्क कर लिया है.


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वहीं कुर्क के दौरान मौके पर पीड़ित मुस्लिम व्यक्ति क्षेत्राधिकारी नगर से हाथ जोड़कर यह कहता हुआ मीडिया के कैमरे में कैद हो गया “साहब यह बहुत ही अच्छा काम हुआ है, यह लोग बहुत सताया करते थे, इन्होंने हमारी सारी पूरी उम्र की कमाई को कब्जा कर लिया है.'


बता दें कि माफिया मुख्तार अंसारी की मौत इसी साल 28 मार्च को हुई थी. तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया और उसके बाद वहां उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी.