Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मऊ (Mau) जिले के नगर क्षेत्र के थाना कोतवाली के अंतर्गत शाम को बांध और नदी के बीच के वन क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध रूप से स्ट्रक्चर खड़ा करने के बाद कब्जा करके उसे व्यावसायिक प्रयोग में लाया जा रहा था. जिला प्रशासन ने इसपर बुलडोजर की कार्रवाई की है. इस संदर्भ में नगर मजिस्ट्रेट के यहां वाद दाखिल किया गया था, जिसमें फैसला आने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने उक्त कब्जों को खाली कराते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए आदेश दिया है.


सिटी मजिस्ट्रेट ने क्या बताया
सिटी मजिस्ट्रेट नीतीश कुमार सिंह का कहना है कि यह हमारी विनिमिकरण जन्म भूमि है, इसका लैंड यूज वनीकरण है. इस पर खुला माता हर और उनकी पत्नी असमत जहां के नाम पर एक संरचना का निर्माण कराया गया था और इसका व्यावसायिक प्रयोग किया जा रहा था, क्योंकि इसका लैंड यूज वनीकरण है. इसलिए इसको लेकर मेरे न्यायालय में एक वाद दाखिल हुआ, जिसमें गुण दोष के आधार पर इसके ध्वस्तीकरण का आदेश पारित हुआ है. इसी क्रम में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है.आप देख सकते हैं कि इस क्षेत्र में पहले भी कार्रवाई हुई है और जैसे-जैसे केस का निर्णय होता जा रहा है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होती जा रही है ध्वस्तीकरण की कार्रवाई लगातार जारी है.


क्षेत्राधिकारी ने क्या बताया
वहीं क्षेत्राधिकारी नगर धनंजय मिश्रा का कहना है कि यह तमसा नदी के किनारे वनीकरण की भूमि है, जिसमें स्ट्रक्चर खड़ा करके व्यावसायिक प्रयोग किया जा रहा है. इसमें सिटी मजिस्ट्रेट महोदय के न्यायालय में विचार हुआ है फिर उसमें नियमानुसार आदेश पारित हुआ है. इस क्रम में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है. यह मुस्लिम परिवार है, जिसके बारे में सिटी मजिस्ट्रेट ने आपको बता दिया है. इन लोगों ने इसे अनधिकृत रूप से बनाया था. आगे भी न्यायालय में प्रक्रिया चल रही है और जैसे-जैसे अवैध निर्णय सामने आएंगे वैसे वैसे आगे भी उसे गिराने की प्रक्रिया की जाएगी.


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