'इंद्रेश कुमार खुद कर रहे मोहन भागवत के बयान का विरोध', मौलाना काब रशीदी का दावा
UP Jamiat Ulema e Hind: जमीयत उलेमा ए हिंदी के कानूनी सलाहकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिये अजमेर दरगाह पर चादर भेजने पर तारीफ की. इस दौरान उन्होंने इंद्रेश कुमार पर जमकर हमला बोला.
Moradabad News Today: आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर जमीयत उलेमा ए हिंद यूपी के कानूनी सलाहकार मौलाना काब रशीदी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. मौलाना काब रशीदी ने कहा कि इंद्रेश कुमार का बयान खुद संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान के खिलाफ है.
जमीयत उलेमा ए हिंद यूपी के कानूनी सलाहकार मौलाना काब रशीदी ने कहा कि वह (इंद्रेश कुमार) खुद मोहन भागवत के बयान का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि मोहन भागवत ने तो महाराष्ट्र में बयान दिया था कि बाबरी मस्जिद और राम मंदिर विवाद के बाद देश में किसी और मस्जिद में मंदिर की तलाश न की जाये.
उन्होंने कहा, "ऐसे में इंद्रेश कुमार जो बयान दे रहे हैं, यह पूरी तरह से संघ प्रमुख की विचार धारा के खिलाफ है. इसलिए ये इन्हें आपस में पहले तय कर लेना चाहिए कि कहां-कहां, क्या- क्या करना है. मुझे लगता है ये देश में माहौल खराब करने के लिए और मुसलमानों के खिलाफ एक नैरेटिव सेट करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं."
'छुट भैया नेताओं को दिखाया आइना'
मौलाना काब रशीदी ने कटाक्ष करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में अजमेर शरीफ में चादर भेज कर उन छुट भैया नेताओं को आईना दिखाया है, जिनको हर मस्जिद के नीचे मंदिर नजर आ रही थी."
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री और भारत सरकार जानती है कि ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती रहमातुल्लाह अलैह गरीब नवाज के बगैर हम भारत का इतिहास पूरा नहीं कर सकते, क्योंकि वह सिर्फ भारत की सीमाओं तक ही सीमित व्यक्तित्व नहीं हैं बल्कि सारी दुनिया उनके विचारों, दीनदारी और देश के प्रति उनके लगाव को जानती समझती है."
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए मौलाना काब रशीदी ने कहा, "तमाम विवादों के बावजूद भी अगर प्रधानमंत्री एक केंद्रीय मंत्री को चादर लेकर अजमेर शरीफ भेज रहे हैं, तो पूरे देश को ये सवाल उन नेताओं से करना चाहिए जो ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती रहमातुल्लाह अलैह के मजार के नीचे मंदिर ढूंढने की कल्पना कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन को संदेश दे दिया है कि ये रास्ता विकास का रास्ता नहीं है.
'दिल पर पत्थर रख बाबरी मस्जिद...'
वक्फ संसोधन बिल पर इंद्रेश कुमार के जरिये दिए गए बयान मौलाना काब रशीदी ने गलत बताया. उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत को आगे आकर धर्म के नाम पर नेतागिरी करने वाले रिवाज को रोकना चाहिए, हमने बाबरी मस्जिद के मामले में फैसले को दिल पर पत्थर रख कर कबूल कर लिया है और देश में शांति का माहौल बनाये रखा. मौलाना काब रशीदी ने इंद्रेश कुमार के बयान को देश के बुनियादी मुद्दों से ध्यान हटाने वाला बताया.
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