Bareilly: सोशल मीडिया (Social Media) पर प्रेम होने के बाद, एक भारतीय महिला प्रेमी से मिलने पाकिस्तान (Pakistan) पहुंच गई. राजस्थान (Rajasthan) की रहने वाली 34 वर्षीय अंजू (Anju) को पाकिस्तानी व्यक्ति नसरुल्ला से फेसबुक (Facebook) पर दोस्ती हुई और फिर ये दोस्ती प्यार में बदल गई. अंजू ने अपने प्रेमी नसरुल्ला से मंगलवार (25 जुलाई) को निकाह कर लिया, जहां उसने अपना धर्म परिवर्तन कर इस्लाम कर लिया और अंजू से फातिमा बन गई. इस मामले के बाद पूरे देश से मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है.
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अंजू के शादी करने और धर्म परिवर्तन पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने अंजू और नसरुल्लाह के निकाह को इस्लाम के नजरिये से जायज बताया है. मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि अब अंजू को पहले पति से तलाक लेने की कोई जरुरत नहीं है. भारत की अंजू और पाकिस्तान की सीमा हैदर का मामला, न सिर्फ भारत- पाकिस्तान में बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है.
अंजू की शादी पर उठने लगे सवाल
एक तरफ सीमा हैदर मोहब्बत की खातिर अपने बच्चों के साथ पाकिस्तान से भारत आ गई, तो दूसरी ओर भारत की अंजू ने भी वही दोहराते हुए पाकिस्तान में जाकर शादी कर लिया. अंजू ने नसरुल्लाह से पाकिस्तान में निकाह कर लिया. इतना ही नहीं अंजू ने धर्म परिवर्तन कर इस्लाम कबूल कर फातिमा बन गई. वही अब अंजू और सीमा के शादी को लेकर तमाम तरीके के सवाल भी उठने लगे हैं.
अंजू का इस्लाम कबूल कर निकाह करना जायज- मौलाना शहाबुद्दीन
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम जमात दरगाह आला हजरत के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने, अंजू के फातिमा बनकर निकाह करने को जायज बताया है. मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा है कि अगर इस्लाम कबूल कर कर अंजू ने फातिमा बनकर निकाह किया है तो ये निकाह जायज माना जाएगा. इसके लिए पहले पति से तलाक की कोई जरूरत नहीं है. इस्लाम की नजर में यह निकाह जायज है. उन्होंने कहा कि दो खातून सीमा हैदर और अंजू का मामला हिंदुस्तान और पाकिस्तान में चर्चा का विषय बना हुआ है. सबकी नजरें इन दोनों खातून पर हैं.