UP News: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने पांच राज्यों के आए परिणामों की चर्चा करते हुए कहा कि अगर सपा मुखिया अखिलेश यादव अपने उम्मीदवार इन राज्यों में नहीं खड़े करते तो कांग्रेस कई राज्यों में जीत हासिल करके हुकूमत बनाने में सफल हो जाती. मगर अखिलेश यादव ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में सपा प्रत्याशी उतार कर कांग्रेस के सारे समीकरण बिगाड़ दिए. मौलान ने कहा कि जितने वोट सपा प्रत्याशियों ने हासिल किए हैं उससे बहुत कम वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी हारे हैं.


मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि इसलिए मुसलमानों के जहन में ये बात बैठ गई है कि सपा ने अपने प्रत्याशी खड़े नहीं किए होते तो कांग्रेस प्रत्याशी जीत जाते, कांग्रेस की हार के लिए सीधे तौर पर अखिलेश यादव जिम्मेदार हैं. मौलाना ने आगे कहा कि कांग्रेस गठबंधन को अपने साथ सपा को लेने के लिए पुनः विचार करना चाहिए. अखिलेश यादव भरोसे मंद लीडर नहीं है कि उनके ऊपर आंख बंद करके भरोसा किया जा सके. चुनाव के दौरान अखिलेश ने कांग्रेस के खिलाफ बहुत कुछ बोला यहां तक कि कांग्रेस पार्टी के लोगों को चोर और धोखेबाज तक कह डाला.


मौलाना ने कहा कि अब ऐसी सूरत-ए-हाल में कांग्रेस के लोगों को चाहिए कि सपा को गठबंधन में शामिल न करें बल्कि उत्तर प्रदेश की दूसरी राजनीतिक पार्टियों को अपने गठबंधन का हिस्सा बनाएं. क्योंकि पिछले कई सालों में कई चुनाव में मुसलमानों ने अखिलेश यादव पर भरोसा करके वोट दिया मगर उन्होंने मुसलमानों के साथ कुछ भी दो कदम चलने के लिए तैयार नहीं हुए. ऐसा लगता है कि वह मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक समझ कर इस्तेमाल करना चाहते हैं. मगर अब 2024 के लोकसभा चुनाव में मुसलमान कुछ खास फैसला करने जा रहा है और जो लोग मुसलमानों को इस्तेमाल करते हैं उनको आईना दिखाया जाएगा. इस बार मुसलमान सोच समझकर अपने वोटो की ताकत से एक ऐसा नेता चुनेंगे जो इनकी मुश्किल की घड़ी में उनका साथ देंगे न की अखिलेश यादव की तरह सिर्फ जुमले बाजी करे. मुस्लिम नौजवानों में जोश है इस बार इंकलाब आयेगा.