Azam Khan News: आजम खान की रिहाई को लेकर मौलाना शहाबुद्दीन ने लिखी चिट्ठी, मुलायम सिंह यादव को याद दिलाई ये बातें
Azam Khan News: बरेली में दरगाह आला हजरत से जुड़े मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने मुलायम सिंह को पत्र लिखकर याद दिलाया है कि उन्होंने जेल में बंद आजम खान की रिहाई के लिए कोई कोशिश नहीं की.
Azam Khan News: आजम खान को लेकर समाजवादी पार्टी की अनदेखी पर मुस्लिम नेताओं की नाराजगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बरेली में दरगाह आला हजरत से जुड़े मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने भी मुलायम सिंह को पत्र लिखकर याद दिलाया है कि उन्होंने आजम खान के लिए कुछ नहीं किया. रज़वी तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव भी है. आजम खान इन दिनों सपा से नाराज बताए जा रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने सीतापुर जेल पहुंचे सपा डेलीगेशन से मुलाकात तक नहीं की थी. आजम के समर्थक और शिवपाल यादव भी इस मुद्दे पर सपा पर सवाल उठा चुके हैं.
आजम खान को लेकर मुलायम सिंह को पत्र
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी एबीपी से खास बातचीत में कहा कि "मैंने मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखकर याद दिलाया है कि आज़म खान साहब आपके पुराने साथियों में से हैं, सपा के संस्थापक सदस्य भी हैं. आपके संघर्षों के दौरान हमेशा आपसे कंधे से कंधा मिला कर साथ में खड़े रहे. "मुल्ला मुलायम" की उपाधि आपको उन्होंने ही दी थी. आपके बेटे अखिलेश यादव के लिए कन्नौज में चुनाव के दौरान सबसे पहले आजम खान नहीं मुसलमानों से कहा था कि "टीपू को सुल्तान बना दो" फिर वो अखिलेश के साथ मज़बूती के साथ खड़े नज़र आये. अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने में उन्होंने खास भूमिका भी निभाई. चुनाव में मुस्लिम बहुल्य शहरों और गांवों में जा-जा कर अपने कुर्ते का दामन फैला कर सपा के लिए वोट की भीख मांगते थे.
मुश्किल समय में आजम को अकेला छोड़ा
रजवी ने कहा कि आजम ने अपने खून-पसीने से समाजवादी पार्टी को सींचा है. मगर अफसोस के साथ मुझे ये कहना पड़ रहा है कि आज जब उन पर आपदा आई तो सपा ने उनको अकेला, तन्हा, और बे-यार छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि इस पत्र के माध्यम से यूपी के मुसलमानों की तरफ से मैं तकलीफ का इज़हार कर रहा हूं. आप लोकसभा के सांसद हैं, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आपके अच्छे ताल्लुकात हैं. आपने मोदी जी को दोबारा पीएम बनने के लिए शुभकामनाए भी दी थीं. फिर वो दोबारा पीएम भी बने लेकिन आपने आज़म की जेल से रिहाई के लिए ना तो मोदी जी से बात की और ना ही संसद में कभी उनके लिए आवाज़ उठाई. आपके इस रवैया से मुसलमान नाराज हैं.
'आजम की रिहाई की कोशिश करें मुलायम'
रजवी ने आगे कहा कि मेरी आपसे गुज़ारिश है कि आप अपने पुराने साथी की जेल से रिहाई के लिए प्रधानमंत्री से बात करें और संसद में भी आवाज बुलन्द करें, अब अपनी चुप्पी और खामोशी को तोड़ दें, वर्ना हम ये समझेंगे कि मुसलमानों के मसाइल से आपको कोई दिलचस्पी नहीं है, हमें उम्मीद है कि आप हमें जवाब देकर संतुष्ट करोगे और मुस्लिम समुदाय की बैचेनी दूर कर सेक्युलरिज्म निभाओगे.
सीएम योगी से भी की अपील
इसके साथ ही मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने आजम खान की रिहाई और जेल में उनकी अच्छी तरह से देखरेख के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा कि आजम खान कई बार विधायक, सांसद और यूपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं. मेरी आपसे गुजारिश है कि जेल में उनके खाने पीने और रहने के लिए माकूल इंतजामात करा दें. हमें आपसे उम्मीद है कि पूर्व सपा सरकार में गलत निर्णय एवं कानून के उल्लंघन पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर आजम खान को जेल से रिहा करने के लिए कार्रवाई करेंगे. अगर आप ये करते हैं तो पूरे प्रदेश के मुसलमानों में आपके प्रति सोच में बदलाव दिखाई देगा और हम शुक्रगुज़ार होंगे.
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