Film 72 Hoorain Contorversy: अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मौलाना तौकीर रजा (Maulaba Tauqeer Raza) ने फिल्म '72 हूरें' (72 Hoorain) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर विवादित बयान दिया है. तौकीर रजा ने कहा कि प्रधानमंत्री '72 हूरें' और 'कश्मीर फाइल्स' जैसी फिल्मों का प्रचार कर रहे हैं, मुस्लिम नफरत की बुनियाद पर उन्होंने अपने पद की गरिमा को कितना धूमिल कर दिया है. 


मौलाना तौकीर रज़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि, हमारे यहां मुसलमानों में कोई भेदभाव नहीं है. हर बिरादरी का मुसलमान मस्जिद में जाकर नमाज अदा करता है. हर मुसलमान को बराबरी का हक़ है, हर बिरादरी का मुसलमान इमाम हो सकता है. मौलाना ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि यहां राष्ट्रपति को मंदिर के गर्भ गृह में जाने की इजाजत नहीं मिली, उनके साथ ऐसा सौतेला व्यवहार आपका समाज करता है, आपका कानून और आपका हिंदुत्व करता है. 


पीएम मोदी पर साधा निशाना


मौलाना ने कहा कि आज भी देश में दलितों पर अत्याचार होता है. हम तो कहते हैं हमें समान नागरिक मानो, यूसीसी से हमें कोई खास दिक्कत नहीं है. वहीं उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि, कैलाश मानसरोवर हिंदुस्तान का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन अब उस पर चीन का नाजायज कब्जा है. भारत को उसे भी खाली कराना चाहिए. 


72 हूरें फिल्म को नहीं मिला सर्टिफिकेट


आपको बता दें कि फिल्म 72 हूरें को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से युवाओं का जिहाद के नाम पर ब्रेन वॉश किया जाता है और उन्हें जन्नत में 72 हूरें मिलने की बात कही जाती है, जिसके बाद ये लोग आत्मघाती हमले के लिए तैयार हो जाते हैं. फिल्म में काफी मार काट दिखाई गई है.


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