Mauni Amavasya 2023: प्रयागराज समेत कई शहरों में लगाई गई आस्था की डुबकी, 2.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया स्नान
Mauni Amavasya: उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं में उत्साह देखा गया. उनके लिए शासन और प्रशासन की तरफ से विशेष इंतजाम किए गए थे.
![Mauni Amavasya 2023: प्रयागराज समेत कई शहरों में लगाई गई आस्था की डुबकी, 2.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया स्नान Mauni Amavasya 2023 Magh Mela Prayagraj 2.5 Crore Devotees Dip Today ann Mauni Amavasya 2023: प्रयागराज समेत कई शहरों में लगाई गई आस्था की डुबकी, 2.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया स्नान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/21/d7672aecbc67125fb9a505b3e246e6d81674296230483490_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Mauni Amavasya News: मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम (Sangam) में शनिवार को आस्था का सैलाब उमड़ आया. प्रयागराज (Prayagraj) के अलावा अयोध्या, मेरठ, बरेली और कानपुर में लोगों ने श्रद्धा की डुबकी लगाई. वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के निर्देश पर स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा कराई गई. इससे जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. प्रयागराज में जहां एक करोड़ से अधिक तो अयोध्या (Ayodhya) में 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आज डुबकी लगाई है.
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संगम में संतों, श्रद्धालुओं और कल्पवासियों पर पुष्प वर्षा की गई. उन्होंने इससे जुड़ा वीडियो पर ट्विटर पर शेयर किया है. इसमें हेलीकॉप्टर से लोगों के ऊपर गेंदे के फूलों की बारिश की जा रही है. बता दें कि इससे पहले सावन में कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों पर फूल बरसाए गए थे. मौनी अमावस्या पर लोग नदी में स्नान करने सुबह-सुबह ही घर से निकल गए थे.
इन शहरों में हजारों-लाखों लोगों ने लगाई डुबकी
प्रयागराज में आज 1.5 करोड़, अयोध्या में 2.5 लाख, वाराणसी में 30 हजार, बरेली में 60 हजार, मेरठ में 30 हजार और कानपुर में 11 हजार श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है. एक अनुमान के मुताबिक अब तक ढाई करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुकी है. वहीं, मौनी अमावस्या के महत्व की बात करें तो इस दिन मौन धारण करते हुए लोग जप-तप करते हैं. माना जाता है कि अमावस्या के दिन चंद्रमा के दर्शन ना होने की वजह से मन की स्थिति बिगड़ने लगती है इसलिए इस दिन मौन रहकर कमजोर मन को संयमित करने का नियम बनाया गया है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत रखकर ईश्वर का जाप और दान करना चाहिए. कहा जाता है कि योगियों की तरह इस दिन चुप रहने से उत्तम फलों की प्राप्ति होती है.
ये भी पढ़ें -
UP Politics: मिशन 2024 को लेकर यूपी में बीजेपी है तैयार, रविवार को होगी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)