Mauni Amavasya 2025: हिंदू धार्मिक मान्यताओं में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान कर पितरों को तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ती होती है. मौनी अमावस्या के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंचते हैं और सरयू में स्नान दान कर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं. मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की अनुमानित भीड़ को देखते हुए अयोध्या प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे हैं. गौरतलब है कि, प्रयागराज महाकुंभ स्नान के बाद श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्या पहुंच रही है.
इस साल 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का स्नान है. मौनी अमावस्या के मौके पर 10 लाख से अधिक लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना है. इससे पहले ही अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. तीन से पांच लाख श्रद्धालु रोजाना अयोध्या पहुंच रहे हैं. अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके विशेष इंतजाम इस बार किये गए हैं. मौनी अमावस्या के मौके पर राम नगरी अयोध्या में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक रहेगी. इसके अलावा राम मंदिर में भी वीआईपी पास की सुविधा बंद रहेगी.
वीआईपी दर्शन व आरती पास पर रहेगी रोक
इस आशय से मिली जानकारी के मुताबिक, मौनी अमावस्या के दिन राम मंदिर में वीआईपी दर्शन और आरती पास पर रोक रहेगी. वीआईपी दर्शन के लिए सुगम व विशिष्ट दर्शन पास जारी किए जाते हैं. मौनी अमावस्या पर महाकुंभ स्नान के बाद भी दो-तीन दिनों तक अयोध्या में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. प्रयागराज में डुबकी लगाने के बाद लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आकर सरयू स्नान व मठ-मंदिरों में दर्शन-पूजन करेंगे. मौनी अमावस्या के मौके पर भीड़ नियंत्रण के लिए अयोध्या डायवर्जन प्लान लागू किया है, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
ये भी पढ़ें: महाकुंभ: आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, कहा- 'हिन्दू जागे, भारत हिन्दू राष्ट्र बने'