प्रयागराज : उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से मची तबाही के बाद संगम नगरी प्रयागराज में ख़ास निगहबानी की जा रही है. इसकी वजह यहां लगा माघ मेला है, जिसके लिए गंगा नदी के दोनों तटों पर अलग से तम्बुओं का शहर आबाद किया गया है. हालांकि मेले से खतरे की आशंका टल गई है, लेकिन इसके बावजूद यहां सरकारी अमले से लेकर साधू -संत तक ख़ास निगहबानी कर लोगों को जागरूक करने में लगे हुए हैं. मेले में अमेठी से आए परमहंस आश्रम के महंत शिवयोगी मौनी महाराज अब साइकिल पर स्पीकर बांधकर माइक पर एनाउंसमेंट करते हुए कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को आगाह कर रहे हैं.


लोगों को जागरूक कर रहे हैं मौनी बाबा 


मौनी बाबा ने आज पूरे दिन अपने भक्तों के साथ मेला क्षेत्र में भ्रमण करते हुए वहां मौजूद लोगों को एहतियात बरतने के लिए जागरूक किया. वह माइक पर लगातार तेज़ आवाज़ में एनाउंसमेंट करते हुए लोगों को खतरे के बारे में जानकारी दे रहे हैं. लोगों को यह समझा रहे हैं कि प्रयागराज में अब कोई खतरा नहीं है. इसके बावजूद यहां एहतियात बरतने की ज़रुरत है. श्रद्धालुओं को रात के अंधेरे या कोहरे में घाटों पर जाने से बचना चाहिए. इसके साथ ही गंगा के घाटों पर जलस्तर पर निगाह रखनी चाहिए. मौनी बाबा लोगों को किसी अफवाह पर यकीन करने के बजाय प्रशासन की बातें मानने की भी नसीहत दे रहे हैं.


लोगों को पसंद आ रहा है मौनी बाबा का अनूठा अंदाज


मौनी बाबा का यह अनूठा अंदाज़ लोगों को खूब पसंद आ रहा है. लोग उनकी बातों को न सिर्फ गौर से सुन रहे है, बल्कि उस पर अमल करने का वायदा भी कर रहे हैं. मौनी बाबा का यह अभियान अगले एक हफ्ते तक इसी तरह जारी रहेगा.


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