मेरठ. पश्चिमी यूपी के गन्ना किसानों के लिए ये खबर अच्छी हो सकती है. दरअसल, मवाना शुगर मिल में एथेनॉल प्लांट को मंजूरी मिल गई है. प्लांट लगने के बाद किसानों को समय से गन्ना मूल्य भुगतान और युवाओं को रोजगार की संभावनाएं दिख रही हैं. क्योंकि किसानों की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक गन्ना मूल्य का भुगतान समय पर नहीं होना है.
शुगर मिल प्रबंधन जल्द ही 1.20 किलोलीटर यानि एक लाख बीस हजार लीटर की क्षमता का एथेनॉल प्लांट लगाने की तैयारी करेगा. मवाना शुगर मिल प्रबंधन एथेनॉल प्लांट के लाइसेंस के लिए करीब दो साल से प्रयास कर रहा था. मवाना मिल प्रबंधन के अनुसार, कुछ ही दिनों पहले मवाना शुगर मिल को लगभग एक लाख 20 हजार लीटर क्षमता वाला एथेनॉल प्लांट लगाने के लिए लाइसेंस स्वीकृत हो गया है. जल्द ही मवाना शुगर मिल को लगाने के लिए लगभग 250 करोड़ का लोन मिलने की भी उम्मीद है.
आयात किया जाता है एथेनॉल
देश में एथेनॉल अभी तक विदेशों से मंगाया जाता है, जिस कारण डीजल एवं पेट्रोल के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं. पेट्रोल व डीजल के दामों में वृद्धि रोकने और किसानों का गन्ने का भुगतान समय से हो सके, इसके लिए केंद्र सरकार ने एक साल पहले शुगर मिलों को एथेनॉल प्लांट लगाने के लिए पांच हजार करोड़ का लोन देने की घोषणा की थी. लगातार शुगर मिलें घाटे का रोना रोती रहती हैं जिस कारण किसानों का भुगतान समय से नहीं हो पाता है. अब एथेनॉल की वजह से किसानों को समय से गन्ना मूल्य भुगतान आने वाले समय में सुनिश्चित हो पाएगा.
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