Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान के काबुल में फंसे मयंक अपने घर सकुशल वापस जौनपुर लौट आए. भारत सरकार 168 नागरिकों को अफगानिस्तान से भारत लाई थी, जिसमें से एक मयंक थे. मयंक सुबह जब अपने घर पहुंचे तो परिजनों के चेहरे पर मुस्कान वापस लौट आई. इस दौरान गांव में बड़ी तादाद में लोग मयंक से मिलने उनके घर पहुंचे.
अफगानिस्तान के हालात लगातार खराब हो रहे थे और ऐसे में वहां फंसे मयंक के परिवार वालों की चिंता बढ़ रही थी. अब जब मयंक वापस घर लौट आए हैं तो पूरा परिवार भारत सरकार को शुक्रिया कह रहा है. मयंक के भारत वापस लौट आने पर उनकी दोनों बहनों ने भी रक्षाबंधन के एक दिन बाद उनकी कलाई पर राखी बांधी है और भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि रक्षाबंधन के दिन पीएम मोदी ने उन्हें अनमोल तोहफा दिया. उनके भाई को काबुल से सकुशल दिल्ली ले आए.
मयंक के पिता ने व्यक्त की खुशी
मयंक के पिता सत्य प्रकाश सिंह कहते हैं कि वह अपने बेटे का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार को धन्यवाद. भारत सरकार की वजह से उनका बेटा सकुशल वतन वापस लौट आया है. आकांक्षा उन्हें राखी बांधते हुए बताती हैं कि पीएम मोदी की वजह से सब संभव हो पाया है. रक्षाबंधन के दिन भारत सरकार ने उन्हें अनमोल तोहफा दिया है. उनके भाई को सकुशल भारत लौटाने पर उन्होंने भारत सरकार को धन्यवाद कहा.
मयंक ने की भारत सरकार की तारीफ
इस दौरान बातचीत में मयंक बताते हैं कि उन्हें अपने देश वापस लौट कर अच्छा लग रहा है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अफगानिस्तान में दूतावास से बातकर उन्हें भारत लेकर आई है. भारत सरकार अच्छा काम कर रही है और जो लोग भी हिंदुस्तान के अफगानिस्तान में हैं उन्हें भी भारत सरकार जल्द से जल्द वतन लाने का काम कर रही है. इस दौरान मयंक ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा किया.
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