चीन के मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में सोचना चाहिए: विपक्ष
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर आरोप-प्रत्यारोप जारी है, जो देशहित में उचित नहीं है. वहीं, अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए जिससे सेना का मनोबल बना रहे.
लखनऊ, एजेंसी। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने भारतीय सीमा में चीनी सेनाओं के अतिक्रमण को अस्वीकार्य बताते हुये मंगलवार को कहा कि देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में सोचना चाहिए.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ट्वीट कर कहा कि 'पूर्वी लद्दाख़ में भारतीय सीमा क्षेत्र में एक महीने से चीनी सेनाओं का अतिक्रमण देश को अस्वीकार्य है. सरकार को सख़्त क़दम उठाने चाहिए जिससे सेना का मनोबल बना रहे. चूंकि भाजपा एकाधिकारी फ़ैसले लेती है अत: वह अपने को कमज़ोर समझ रही है जबकि जनता और प्रतिपक्ष इस विषय पर उनके साथ हैं.'
पूर्वी लद्दाख़ में भारतीय सीमा क्षेत्र में एक महीने से चीनी सेनाओं का अतिक्रमण देश को अस्वीकार्य है. सरकार को सख़्त क़दम उठाने चाहिए जिससे सेना का मनोबल बना रहे. चूँकि भाजपा एकाधिकारी फ़ैसले लेती है अत: वह अपने को कमज़ोर समझ रही है जबकि जनता और प्रतिपक्ष इस विषय पर उनके साथ है. pic.twitter.com/wnhnWTLQGA
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 9, 2020
वहीं, बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि 'यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि जब कोरोना वायरस महामारी के चलते देश की जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है तब भी खासकर बीजेपी और कांग्रेस इसकी आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहीं हैं तथा अब चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भी इनमें आरोप-प्रत्यारोप जारी है, जो देशहित में उचित नहीं है.'
1. यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना महामारी के चलते जब देश की जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है तब भी खासकर बीजेपी व कांग्रेस इसकी आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहीं हैं तथा अब चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भी इनमें आरोप-प्रत्यारोप जारी है, जो देशहित में उचित नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) June 9, 2020
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि, 'चीन के साथ ही दूसरे पड़ोसी देश नेपाल के साथ भी सीमा विवाद अब काफी गंभीर रूप धारण करता जा रहा है. ऐसे में देश की सभी राजीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचना चाहिए. साथ ही, ऐसे मामलों में यदि केन्द्र सरकार सबको विश्वास में लेकर चले तो बेहतर होगा.'
2. चीन के साथ ही दूसरे पड़ोसी देश नेपाल के साथ भी सीमा विवाद अब काफी गंभीर रूप धारण करता जा रहा है। ऐसे में देश की सभी राजीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में ही सोचना चाहिए। साथ ही, ऐसे मामलों में यदि केन्द्र सरकार सबको विश्वास में लेकर चले तो यह बेहतर होगा।
— Mayawati (@Mayawati) June 9, 2020