बसपा के ये नेता निकलेंगे पार्टी से बाहर? मायावती ने कर दिया बड़ा ऐलान
UP News: बसपा चीफ मायावती ने कहा कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु की सरकारों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले से ही जो वहां एससी व एसटी को बांटने की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं.
Mayawati News: देश की राजनीति में इस समय एससी-एसटी आरक्षण के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर के मुद्दे पर राजनीतिक हलचल तेज है. इसी बीच अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने भी इस मुद्दे पर दो टूक बात कहते हुए अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को चेतावनी दे दी है. मायावती ने साफ कह दिया है कि जो लोग एससी/एसटी के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर का कांग्रेस की तरह पक्षधर हैं उनकी बसपा में कोई जगह नहीं है.
बसपा सुप्रीमो मायवती ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-"SC/ST आरक्षण के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर का मुद्दा इन वर्गों को बांटने वाला भी है, जबकि बीएसपी जाति के आधार पर सदियों से तोड़े व सताए गए इन लोगों को जोड़कर 'बहुजन समाज' बनाने का मानवतावादी मूवमेन्ट है, जिससे कोई समझौता संभव नहीं. पार्टी इस मुद्दे को लेकर अति-गंभीर है."
वहीं पूर्व सीएम मायावती ने आगे लिखा-"इसको लेकर कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु की सरकारों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले से ही जो वहां एससी व एसटी को बांटने की राजनीति की जा रही है वह ठीक नहीं. खासकर यहां कांग्रेसी सरकारों का रवैया इस मामले में अति-निंदनीय. बीएसपी में रहते हुए जो लोग एससी/एसटी के वर्गीकरण व क्रीमी लेयर का कांग्रेस की तरह पक्षधर होकर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मिशनरी सोच नहीं रखते हैं, तो उनका बीएसपी में कोई स्थान नहीं है. अर्थात एक के स्वार्थ में बाकी पूरे बहुजन समाज के हित की उपेक्षा करना ठीक नहीं."
फूट डालो-राज करो की रणनीति नहीं चलेगी- मायावती
बसपा चीफ मायावती ने कहा-"अतः ऐसी मानसिकता के लोग यदि पार्टी को छोड़कर खुद ही चले जाते हैं या उन्हें अलग कर दिया जाता है, तो यह बीएसपी पार्टी व मूवमेन्ट के हित में उचित होगा. वैसे भी इसकी आड़ में अब कांग्रेस के इण्डिया गठबन्धन की फूट डालो, राज करो की रणनीति नहीं चलेगी, लोग सजग रहें.
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