Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) के मामले को लेकर अब यूपी की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. पहले इस मुद्दे को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा था. अब इसको लेकर बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने भी बीजेपी को निशाने पर लिया है.
क्या बोलीं मायावती?
मायावती ने कहा, "बेरोजगारी, आसमान छूती महंगाई और अन्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए धार्मिक स्थलों को बीजेपी और उसके सहयोगी निशाना बना रहे हैं. यह किसी से छिपा नहीं है. इससे कभी भी हालात बिगड़ सकती है. आजादी के इतने वर्षों के बाद ज्ञानवापी, मथुरा, ताजमहल और अन्य स्थलों के मामले में षडयंत्र के तहत लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काया जा रहा है. इससे अपना देश मजबूत नहीं होगा, BJP को इस पर ध्यान देने की जरूरत है."
वहीं मायावती ने कई जगहों का नाम बदलने को लेकर भी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, "इसके साथ ही विशेष कर एक धर्म समुदाय से जुड़े स्थानों के नाम बदलने की प्रक्रिया से अपने देश में शांति, सद्भाव नहीं बल्कि द्वेष की भावना उत्पन्न होगी."
क्या बोले अखिलेश यादव?
बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि ज्ञानवापी जैसी घटनाओं का जानबूझकर बीजेपी और उसके सहयोगियों को द्वारा भड़काया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि बीजेपी के पास महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों का जवाब नहीं है. इसलिए इस तरह के मुद्दे उठाए जा रहे हैं.
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