Akash Anand News: बसपा की राजनीतिक विरासत आकाश आनंद संभालेंगे. मायावती ने आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है. अभी तक आकाश आनंद पर्दे के पीछे बसपा का कामकाज देख रहे थे. अब राजनीति की पिच पर खुलकर बैटिंग करते हुए दिखाई देंगे. मायावती के फैसले का बसपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने स्वागत किया है. बसपा को युवा नेता मिलने से कैडर काफी खुशी जता रहे हैं. मायावती ने आज रविवार को हुई बैठक में भतीजे आकाश आनंद को राजनीतिक विरासत सौंपने का ऐलान किया. आकाश आनंद अभी बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक हैं. लांचिंग के बाद से आकाश आनंद का कद पार्टी में लगातार बढ़ रहा है. पार्टी की कमान भतीजे को दिए जाने के फैसले से समर्थकों में भी खुशी की लहर है.
मायावती के फैसले पर बोले भीमराव अंबेडकर
बसपा एमएलसी भीमराव अंबेडकर ने कहा, ‘‘मायावती जी का पूरा जीवन त्याग और बलिदान का रहा है. बसपा के लिए आज का दिन बेहद खुशी वाला है. आज मायावती ने बसपा को युवा नेता दिया है. आकाश आनंद के रूप में ‘बहुजन समाज पार्टी’ को एक युवा नेता मिला है. इसलिए हमारी तरफ से आकाश आनंद को हार्दिक बधाई.’’ भीमराव अंबेडकर ने कहा कि बहुजन आंदोलन को आसानी से खत्म नहीं किया जा सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि जातिवादी, पूंजीवादी और सामंतवादी ताकतें बहुजन आंदोलन को कुचलना चाहती हैं.
भतीजे आकाश आनंद का बसपा में बढ़ा रुतबा
आगामी विधानसभा चुनावों में आकाश आनंद बसपा की वैतरणी पार नहीं कर सके थे. बसपा को राजस्थान में मात्र दो सीटों पर संतोष करना पड़ा है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में बसपा का सूपड़ा साफ हो गया. मायावती ने आकाश आनंद पर भरोसा जताते हुए चार राज्यों के विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी थी. अगले साल लोकसभा का चुनाव होने जा रहा है. बसपा का गठबंधन एनडीए और इंडिया दोनों में से किसी के साथ नहीं है. आकाश आनंद के लिए लोकसभा का चुनाव अग्निपरीक्षा होगी. अग्निपरीक्षा में आकाश आनंद की कामयाबी या नाकामी का फैसला जनता तय करेगी.