दलित तहसीलदार की पिटाई शर्मनाक, सीएम योगी करें सांसद के खिलाफ कार्रवाई : मायावती
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में अपनी ईमानदारी से ड्यूटी कर रहे एक दलित तहसीलदार के साथ अभी हाल ही में वहाँ के बीजेपी सांसद ने जो मार-पीट व दुर्व्यवहार आदि किया है, यह अति शर्मनाक है।
लखनऊ, एबीपी गंगा। बसपा प्रमुख मायावती ने कन्नौज में दलित तहसीलदार की पिटाई की घटना की निंदा की है। मायावती ने मुख्यंमत्री योगी आदित्यनाथ से आरोपी सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर इस मामले में अपना रोष जताया। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में अपनी ईमानदारी से ड्यूटी कर रहे एक दलित तहसीलदार के साथ अभी हाल ही में वहाँ के बीजेपी सांसद ने जो मार-पीट व दुर्व्यवहार आदि किया है, यह अति शर्मनाक है।
मायावी ने अगले ट्वीट में लिखा "लेकिन दुख की बात यह है कि यह सांसद अभी भी, जेल में जाने की बजाय बाहर ही घूम रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में दलित कर्मचारियों में जबर्दस्त रोष व्याप्त है। ऐसे में मुख्यमंत्री को चाहिये कि वे इस मामले में जरूर सख्त कदम उठायें ताकि यह सांसद आगे कभी भी ऐसी हरकत ना कर सके। साथ ही, पूरे प्रदेश में, खासकर दलित कर्मचारियों के साथ, आगे ऐसा कोई भी बर्ताव ना हो तो इसके लिए भी, इनको अपने इस सांसद के विरूद्ध तुरन्त कठोर कार्यवाही करनी चाहिये। बी.एस.पी. की यह मांग है।"
क्या है मामला? गौरतलब है कि कन्नौज में सदर तहसीलदार अरविन्द कुमार ने सांसद सुब्रत पाठक पर मारपीट का आरोप लगाया है। तहसीलदार ने ओरोपी सांसद के खिलाफ केस भी दर्ज कराया है। हालांकि सांसद ने इन आरोपों से इनकार किया है। तहसीलदार अरविन्द कुमार ने बताया कि सांसद सुब्रत पाठक की ओर से उन्हें अनाज वितरण की सूची भेजी गई थी। उन्होंने नायब तहसीलदार को सूची देकर जल्द वितरण को कह दिया था। इसके बाद सांसद का फोन आया और राशन न पहुंचने की बात कही। अरविंद कुमार ने नायब तहसीलदार को सूची दे देने की बात बताई। आरोप है कि सांसद गाली-गलौज कर तहसीलदार को धमकी देने लगे।
पीड़ित तहसीलदार ने आगे बताया कि सांसद कई लोगों के साथ उनके आवास पर पहुंचे और दरवाजा पीटने लगे। तहसीलदार बाहर आए। सांसद के राशन न देने की वजह पूंछने पर वह सफाई देने लगे तो मोबाइल छीनकर हमला कर दिया।