Mayawati News: तेलंगाना में दसवी क्लास की सोशल साइंस की किताब में संविधान की गलत प्रस्तावना के छापे जाने को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. इस किताब कवर पेज पर प्रस्तावना से सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द गायब हैं. जिसे लेकर अब बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भी तेलंगाना सरकार पर निशाना साधा है. मायावती ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना को लेकर किताबों में की गई ये गलती एक गंभीर लापरवाही है जिससे सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट के जरिए तेलंगाना की केसीआर सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि, 'तेलंगाना में क्लास 10 के सोशल साइन्स की किताबों की कवर पर छपे संविधान के प्रस्तावना में छेड़छाड़ व उससे ’सेक्युलर’, ’सोशलिस्ट’ शब्द का गायब होना सरकार की निष्ठा व कार्यकलाप पर सवाल खड़े करता है. ऐसी लापरवाही गंभीर मामला है, सरकार ध्यान दे. पवित्र संविधान के प्रति कर्तव्यनिष्ठा जरूरी'
दरअसल तेलंगाना की दसवी क्लास की सामाजिक विज्ञान की किताब के कवर पेज पर संविधान की प्रस्तावना छपी है, जिससे प्रस्तावना के दो अहम सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द गायब है. ये किताबें सभी स्कूलों में बांटी जा चुकी हैं. इस गलती के बाद से प्रदेश की सियासत में हंगामा मचा हुआ है. ये किताबें स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग यानी TS SCERT की हैं. शिक्षकों ने जब प्रस्तावना से ये दोनों शब्द गायब देखे तो इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद टीएससीईआरटी अधिकारियों को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं दूसरी तरफ टीएससीईआरटी का कहना है कि ये गलती सिर्फ कवर पेज पर हुई है, किताब के अंदर एकदम सही जानकारी दी गई है. ऐसी पांच लाख किताबे छप चुकी है ऐसे में इस गलती को सुधारना भी मुश्किल हो गया है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अगले साल इस भूल को सुधार लिया जाएगा. इसके अलावा वेबसाइट पर उपलब्ध सॉफ्ट कॉपी में अभी से इस गलती को सुधारा जाएगा.
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