कानून-व्यवस्था पर बसपा सुप्रीमो मायावती बोलीं, उत्तर प्रदेश में नहीं थम रहे अपराध
यूपी में बढ़ रहे अपराधों को लेकर बसपा मुखिया मायावती ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत बदहाल है. इसके अलावा मायावती ने बलिया में पत्रकार की हत्या का भी जिक्र किया.
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. मायावती ने मीडिया से कहा कि राज्य में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं और अब तो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडिया जगत के लोग भी यहां आए दिन हत्या और जुर्म के शिकार हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आजमगढ़ मंडल में हुई पत्रकार की हत्या इसका ताजा उदाहरण है. बसपा प्रमुख ने कहा कि राज्य में सरकार की बदहाली का हाल यह है कि बात-बात पर रासुका, देशद्रोह और अन्य अति संगीन धाराओं के इस्तेमाल के बावजूद भी यहां अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं.
मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया था, "उप्र के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ गैंगरेप, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी नहीं करने पर युवक की हत्या तथा उसके बेटे का हाथ तोड़ना और गोरखपुर में दोहरी हत्या आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है."
उन्होंने कहा, "क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बसपा की यही मांग है."
यूपी के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ गैंगरेप, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी न करने पर युवक की हत्या व उसके बेटे का हाथ तोड़ना व गोरखपुर में डबल मर्डर आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है। क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बीएसपी की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) August 24, 2020
बलिया में पत्रकार की गोली मारकर हत्या
गौरतलब है कि सोमवार को बलिया में टीवी पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जानकारी के मुताबिक पट्टदारी के विवाद के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया. दो साल पहले रतन सिंह के भाई की भी हत्या हो चुकी है. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में फेफना थानाध्यक्ष शशिमौलि पांडेय को निलंबित कर दिया गया है.
ये भी पढ़ें.
वाराणसी: नहीं रहे डोम राजा जगदीश चौधरी, पीएम मोदी ने जताया दुख
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सीएम योगी ने दिए निर्देश, बोले- पूरी क्षमता से हो जांच