Lok Sabha Election 2024: क्या समय से पहले होंगे लोकसभा चुनाव? मायावती का अंदेशा- 'BSP की मजबूती पर हो रहा काम'
Lok Sabha Election: इसके पहले मायावती ने कहा था कि वैसे तो BSP से गठबंधन के लिए सभी आतुर हैं, लेकिन ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं.
Mayawati on Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने शनिवार को समय से पहले लोकसभा चुनाव करवाए जाने के कयास को लेकर बड़ा बयान दिया है. मायावती ने कहा है कि वो बीएसपी (BSP) को मजबूत करने पर काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए वो राज्य में होने वाली बैठकों में जाती रहेंगी.
मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया. जिसमें लिखा कि लोकसभा चुनाव समय पूर्व होने की संभावना के मद्देनजर पार्टी संगठन की मजबूती, सर्वसमाज में जनाधार बढ़ाने की अनवरत प्रक्रिया के साथ ही उम्मीदवारों के चयन आदि को लेकर यूपी के बाद उत्तराखंड में सभी पदाधिकारियों के साथ बैठकें कर रही हैं.
म्यावती ने राजस्थान में महिला के साथ अभद्रता को लेकर ट्विट करते हुए कहा कि राजस्थान के प्रतापगढ़ में महिला से अभद्र व असभ्य व्यवहार की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है. सरकारें इनकी रोकथाम के लिए बसपा सरकार जैसी कठोर कार्रवाई क्यों नहीं कर पाती हैं, यह सोचने की बात है. मायावती ने कहा कि विभिन्न राज्यों में इस प्रकार की जघन्य घटनाओं का लगातार होना अति-शर्मनाक है.
इसके पहले मायावती ने कहा था कि वैसे तो बीएसपी से गठबंधन के लिए सभी आतुर हैं. किन्तु ऐसा न करने पर विपक्षी द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाते हैं. मायावती ने कहा कि इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई. मायावती ने कहा था कि यह घोर अनुचित तथा अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं, की कहावत जैसी.
एनडीए और I.N.D.I.A. गठबंधन पर लगाए गंभीर आरोप
इसके पहले 30 अगस्त को बसपा सुप्रीमो ने एनडीए और I.N.D.I.A. गठबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि दोनों ही गठबंधन में गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां शामिल हैं. मायावती ने कहा था कि इनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी लगातार संघर्ष कर रही है, इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
मायावती ने कहा था कि बीएसपी, विरोधियों के जुगाड/जोड़तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे/बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन से सन 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा तथा चार राज्यों में विधानसभा का आमचुनाव लडे़गी. मायावती ने कहा कि मीडिया बार-बार भ्रान्तियां न फैलाए.
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