UP News: अतीक अहमद की फरार पत्नी को BSP चीफ मायावती ने भेजा भतीजे की शादी का कार्ड, पार्टी नेता भी हैरान
UP Politics: उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती के भतीजे आकाश आनंद की गुड़गांव में 26 मार्च को शादी होनी है जिसका न्यौता उन्होंने पार्टी के कई बड़े नेताओं को भी नहीं दिया है.
Prayagraj Shootout: प्रयागराज (Prayagraj) के उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के 23 दिन बाद भी पांच लाख के इनामी शूटर फरार है. वहीं, बीएसपी मुखिया मायावती (Mayawati) ने इस केस में फरार चल रही माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) को अपने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) की शादी का न्यौता भिजवाया.
शाइस्ता परवीन का कार्ड प्रयागराज के पदाधिकारियों के पास पहुंचा है. आकाश आनंद की शादी 26 मार्च को गुड़गांव के एम्बियंस आइसलैंड में होगी. पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ की बेटी प्रज्ञा के साथ भतीजे आकाश आनंद की शादी होगी. शादी में तीन हज़ार से ज़्यादा मेहमानों को बुलाया गया है. मायावती द्वारा तैयार की गई सूची में प्रयागराज मंडल से 49 लोगों के नाम हैं. इनमे पार्टी के बड़े पदाधिकारी, पुराने और करीबी नेता, बामसेफ के सदस्य और कुछ अन्य लोग शामिल हैं.
बीएसपी के कई पूर्व सांसदों-विधायकों का नाम गायब
कई पूर्व सांसदों व विधायकों का नाम भी इस लिस्ट में नहीं हैं. नामजद और फरार होने के बावजूद शाइस्ता परवीन को मायावती द्वारा भतीजे की शादी का कार्ड भिजवाना कई सवाल खड़े करता है. नामों की यह सूची उमेश पाल शूटआउट केस के दो हफ्ते से ज़्यादा का वक़्त बीतने के बाद तैयार कराई गई है. सूत्रों के मुताबिक़ मायावती इसी हफ्ते जब तीन दिनों के लिए लखनऊ आई थीं तो यहीं उन्होंने मंडल वाइज़ कार्ड बांटने की लिस्ट तैयार कराई थी.
सियासी संदेश देने के लिए न्यौता
अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन को शादी का कार्ड भिजवाए जाने से बीएसपी के पदाधिकारी भी हैरान हैं. उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि जिस घर में शाइस्ता परवीन रहती थीं, उस पर बुलडोज़र चल चुका है. शाइस्ता समेत परिवार के सभी लोग या तो फरार हैं या कस्टडी में हैं. ऐसे में वह कार्ड उन तक कैसे पहुंचाएं. पदाधिकारियों का कहना है कि शाइस्ता परवीन का कार्ड अब उनके ईमेल आईडी पर भेजा जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक़ मुस्लिम कार्ड खेलने के लिए मायावती ने शाइस्ता परवीन को शादी का कार्ड भेजा है. उन्हें पता है कि शाइस्ता पुलिस से भागती फिर रही हैं और वह शादी समारोह में नहीं आ सकतीं. इसके बावजूद कार्ड भिजवाया जाना सिर्फ सियासी संदेश देने के लिए है. शाइस्ता और उनके परिवार के बहाने मुस्लिम वोटरों को साधने की कोशिश है. इसमें कानपुर मंडल से 66 लोग शामिल होंगे.
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