Danish Ali Suspended From BSP: सांसद दानिश अली को मायावती (Mayawati) ने बसपा से बाहर कर दिया है. दानिश अली के निष्कासन का कारण पार्टी विरोधी गतिविधि बना. बसपा की तरफ से जारी प्रेस नोट में विस्तार से बताया गया है. प्रेस नोट के मुताबिक दानिश अली पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे. राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा की तरफ से जारी नोट में कहा गया है कि दानिश अली पार्टी की नीतियों और विचारधारा के खिलाफ बयानबाजी करने से कई बार मना किया गया. मनाही के बावजूद दानिश अली पार्टी विरोधी गतिविधियो में लिप्त रहे. इसलिए सख्त एक्शन लेने पर मजबूर होना पड़ा.
मायावती ने दानिश अली को बसपा से किया बाहर
बता दें कि बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की संसद में दानिश अली पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले ने तूल पकड़ लिया था. कांग्रेस के नेता दानिश अली से मुलाकात करने लगे. इस मामले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी दानिश अली से मुलाकात की थी. कहा जा रहा था कि दानिश अली की आड़ में कांग्रेस खोया जनाधार पाने की कोशिश कर रही है. वहीं राहुल गांधी के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी दिल्ली में बसपा सांसद दानिश अली से मुलाकात की थी.
दोनों नेताओं ने संसद में बसपा सांसद से सहानुभूति जताते हुए भरोसा दिलाया कि कांग्रेस साथ खड़ी है. राहुल गांधी और दानिश अली की मुलाकात ने चर्चाओं को जन्म दे दिया. कयास लगाए जाने लगे कि दानिश अली बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
कांग्रेस या महुआ मोइत्रा, क्या है निष्कासन की वजह?
राहुल गांधी के बाद यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की मुलाकात से भी चर्चाओं को और बल मिला. रमेश बिधूड़ी प्रकरण में कांग्रेस दानिश अली के साथ एकजुटता दिखाई. कांग्रेस के साथ दानिश अली की बढ़ती नजदीकियों पर मायावती ने खामोशी बरती. माना गया कि दानिश अली के खिलाफ कार्रवाई का सही मौके का इंतजार है. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द होने पर दानिश अली ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने टीएमसी सांसद के साथ एकजुटता जताते हुए एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पर ऐतराज जताया.
दानिश अली ने माना कि महुआ मोइत्रा का निष्कासन सदन में अन्याय है. उन्होंने एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पर आपत्ति जताते हुए कहा कि बहुमत का मतलब नहीं है कि संसदीय समिति या सदन सिर्फ बहुमत के आधार पर किसी को भी फांसी पर लटका दे. आज महात्मा गांधी और बीमराव अंबेडकर की आत्मा रो रही होगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष की एक मुखर सांसद को सदन से निष्कासित करना अन्याय है.