UP News: उत्तर प्रदेश के रामपुर में बीते दिनों बीएसपी ने अपने पूर्व दर्जा राज्य मंत्री रहे सुरेन्द्र सिंह सागर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निकाल दिया था. सुरेन्द्र सागर 29 साल से बसपा के साथ जुड़े हुए थे. उन्हें पार्टी से निकाले जाने के बाद जमकर सियासी बवाल मचा था. लेकिन अब बीएसपी चीफ मायावती ने इसपर सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट कर सफाई दी है. 


मायावती ने अपने पोस्ट में लिखा, 'अवगत कराना है कि श्री मुनकाद अली, BSP Ex-MP  के लड़के की शादी में, पार्टी के लोगों को इसलिए रोका गया, क्योंकि इनकी लड़की मीरापुर से सपा से विधानसभा का उपचुनाव लड़ रही थी, उनके खिलाफ BSP भी यह उपचुनाव लड़ रही थी.' बीएसपी चीफ ने आगे लिखा, 'ऐसे में, शादी में दोनों पार्टियों के लोगों के आपस में टकराने की आम चर्चा थी, उससे बचाने के लिए पार्टी को फिर मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा, लेकिन इसे दूसरे तरीके से जो प्रचारित किया जा रहा है, यह ठीक नहीं.'


क्यों निकाले गए थे नेता
उन्होंने एक और पोस्ट में लिखा, 'इसी प्रकार रामपुर जिले का पूर्व पार्टी अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सागर व इसके बाद पार्टी अध्यक्ष श्री प्रमोद कुमार का इनसे आपसी झगड़ा चरम पर था, जिससे पार्टी के कार्य सफर कर रहे थे, तब फिर दोनों को एक साथ निकाला गया, जिसका शादी-विवाह का कोई सम्बन्ध नहीं.' बसपा सुप्रीमो ने लिखा, 'अर्थात् कौन किस पार्टी के लोगों के साथ अपना रिश्ता बना रहा है उसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. लोग स्वतंत्र हैं जहां चाहें वहां रिश्ता करें. यह सब उनकी सोच पर निर्भर करता है. लेकिन ऐसे लोगों से जरूर सर्तक रहें जो इसका भी गलत प्रचार कर रहे हैं.'


Watch: SDM पर भड़के पूर्व BJP सांसद, कहा- 'आपको बीच चौराहे पर हम भी गोली मरवा दें तो...'


गौरतलब है कि चार बार जिलाध्यक्ष रहे सुरेन्द्र सागर के साथ वर्तमान जिलाध्यक्ष प्रमोद सागर को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. कहा जा रहा था कि पूर्व दर्जा राज्यमंत्री रहे सुरेन्द्र सिंह सागर ने अपने बेटे की शादी सपा नेता की बेटी से कराई, इस वजह से उनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई है. लेकिन अब बसपा सुप्रीमो ने अपनी सफाई दी है.