Uttarakhand News Today: मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) ने राजधानी दून में पार्किंग नियमों का उल्लंघन करने वाले 350 से अधिक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किया है. एमडीडीए ने चेतावनी दी है कि अगर इन प्रतिष्ठानों ने पार्किंग नियमों का पालन नहीं किया, तो उनके खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी.
यह कदम केंद्रीय राजधानी दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट अचानाक पानी भरने की घटना के मद्देनजर उठाया गया है. इस घटना में तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इससे घटना से सबक लेते हुए एमडीडी ने कड़ा कदम उठाया है, जिससे इस तरह की घटनाओं को होने से रोका जा सके.
नियमों की अनदेखी करने वाले चिन्हित
राजधानी दून में यातायात का दबाव तेजी से बढ़ रहा है, जिससे पार्किंग की समस्या एक गंभीर चुनौती बनकर उभरी है. तमाम शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और व्यावसायिक प्रतिष्ठान पार्किंग की सुविधा प्रदान करने से बच रहे हैं, जिसके चलते आम जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
इससे पहले भी कई बार मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने पार्किंग नियमों के पालन के लिए चेतावनी दी थी, लेकिन व्यापारिक प्रतिष्ठान और कॉम्प्लेक्स के संचालक इन निर्देशों की अनदेखी कर रहे थे.
अब एमडीडीए ने पार्किंग नियमों का उल्लंघन करने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. प्राधिकरण ने राजधानी दून, ऋषिकेश, डोईवाला और विकासनगर क्षेत्र में विस्तृत सर्वेक्षण किया और 350 ऐसे कॉम्प्लेक्स और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को चिह्नित किया है.
यह कॉम्प्लेक्स और व्यावसायिक प्रतिष्ठान पार्किंग शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं. एमडीडीए ने इन सभी प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर पार्किंग व्यवस्था में सुधार करने का आदेश दिया है, ऐसा न करने पर सीलिंग की कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है.
एमडीडीए के सर्वे के नतीजे
दिल्ली में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने की घटना के बाद एमडीडीए ने अपने उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के निर्देश पर दून और उसके आसपास के क्षेत्रों के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की जांच शुरू की.
इस सर्वेक्षण में 548 प्रतिष्ठानों की जांच की गई, जिसमें 350 प्रतिष्ठान ऐसे पाए गए जो पार्किंग शर्तों का पालन नहीं कर रहे थे. इनमें राजधानी दून के लगभग 250 प्रतिष्ठान शामिल थे, जहां पार्किंग के नियमों का उल्लंघन हो रहा था.
जांच के दौरान पाया गया कि कई प्रतिष्ठानों में बेसमेंट पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान का उपयोग अन्य गतिविधियों के लिए किया जा रहा था. कुछ प्रतिष्ठानों में पार्किंग के लिए बनाए गए रैंप अनुपयोगी थे.
कुछ जगहों पर स्टिल्ट पार्किंग में वाहनों की जगह अन्य सामान रखा हुआ था. इसके अलावा कुछ स्थानों पर पुराने और अनुपयोगी वाहन पार्किंग में खड़े थे, जिससे नए वाहनों के लिए जगह नहीं बच रही थी.
सीलिंग की कार्रवाई का दिखा असर
एमडीडीए ने इन सभी प्रतिष्ठानों को सीलिंग की चेतावनी जारी की है और आदेश दिया है कि वे अपनी पार्किंग व्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त करें. इस सख्ती का नतीजा यह हुआ कि कई प्रतिष्ठानों ने तुरंत सुधार की दिशा में कदम उठाए.
जांच के दौरान एमडीडीए ने राज प्लाजा के बेसमेंट रैंप को अनुपयोगी पाया था, जिसके बाद एमडीडीए ने इसे सील कर दिया. सीलिंग की कार्रवाई के बाद राज प्लाजा के संचालकों ने रैंप की मरम्मत का कार्य तुरंत शुरू किया और अब रैंप पूरी तरह से तैयार हो गया है.
अभियंताओं से MDDA ने मांगी रिपोर्ट
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के अनुसार, क्षेत्रीय अभियंताओं से दोबारा निरीक्षण रिपोर्ट मांगी गई है. जिन प्रतिष्ठानों में अभी भी पार्किंग शर्तों का उल्लंघन हो रहा है, उनके खिलाफ जल्द ही सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी.
दून शहर में बढ़ते वाहनों के कारण पार्किंग की समस्या गंभीर होती जा रही है. एमडीडीए ने इस समस्या का समाधान करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान पार्किंग की सुविधा का सही ढंग से पालन करें.
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